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नई दिल्ली। भारत में वंदे भारत नई है ट्रेन जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होने के साथ ही काफी तेज रफ्तार वाली भी है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी एक वंदे भारत ट्रेन की ड्राइवर महिला भी हैं जिनके बारे में हाल ही में भारत सरकार द्वारा जानकारी दी गई है। यह महिला पायलट Surekha Yadav है। सुरेखा यादव महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं। उन्होंने 1988 में भारतीय रेल में बतौर असिस्टेंट ड्राइवर नौकरी शुरू की थी। उन्होंने कल्याण ट्रेनिंग स्कूल से ट्रेनिंग ली और 1988 में रेगुलर असिस्टेंट ड्राइवर बनी। सुरेखा अब लोको पायलटों की प्रशिक्षक भी हैं। सुरेखा यादव को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
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वंदे भारत ट्रेन की लेडी पायलट
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीटर पर एक फोटो शेयर किया है जिसमें सुरेखा यादव वंदे भारत ट्रेन के पायलट केबिन में बैठी हैं। वैष्णव ने अपने ट्वीट में लिखा है "Vande Bharat - पावर्ड बाय नारी शक्ति। श्रीमती सुरेखा यादव, वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली महिला लोको पायलट।" इस ट्वीट को देखने के बाद सुरेखा को खूब बधाइयां मिल रही हैं। इस ट्वीट को अब तक 10 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं।
महाराष्ट्र के सतारा की हैं सुरेखा यादव
आपको बता दें कि सुरेखा यादव एशिया की पहली महिला रेल पायलट भी हैं। उनका जन्म महाराष्ट्र के सतारा में 2 सितंबर 1965 को हुआ है। उनकी माता का नाम सोनाबाई और पिता का रामचन्द्र भोंसले है। उन्होंने राज्य के सतारा में स्थित सेंट पॉल कॉन्वेंट हाई स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की थी। सुरेखा ने वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स किया और फिर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया।
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पुलिस में हैं सुरेखा के पति
सुरेखा यादव ने शंकर यादव से शादी की है जो महाराष्ट्र पुलिस में हैं। उनके दो बेटे अजितेश एवं अजिंक्य हैं। उनके दोनों बच्चों ने मुंबई यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।
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