बेंगलुरु. दुनिया में एक से एक अजीबोगरीब मामले देखने को मिलते हैं जिसपर यकीन कर पाना किसी के लिए भी मुश्किल हो जाता है. एक ऐसे ही मामले ने उन डॉक्टरों को भी दंग कर दिया जिन्होंने एक शख्स के पेट की सर्जरी की तो अंदर कुछ ऐसा भरा पड़ा था, जिसकी उम्मीद कोई नहीं कर सकता था. वो शख्स महीनों से सिक्के निगल रहा था.

यह भी पढ़े : Monthly Horoscope December 2022: इन राशि के जातकों को आर्थिक स्थिति में विकास होगा, जानिए सभी 12 राशियों का राशिफल


एक शख्स के पेट से 187 सिक्के निकले तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए. मामला कर्नाटक के बागलकोट का है. जहां अस्पताल में एक शख्स का फूला हुआ पेट देखकर उसका एक्स-रे करवाया गया तो पता चला कि शरीर में जगह जगह 1, 2 और 5 रुपए के सिक्के पड़े हुए हैं. सर्जरी करने पर सिक्कों की संख्या 187 निकली.

यह भी पढ़े : Numerology Horoscope Today : 0 का संयुक्त अंक बहुत ही शुभ , इन मूलांक वालों के लिए शानदार रहेगा आज का दिन


 करनी पड़ी सर्जरी

सिक्के खा तो गया, लेकिन पचा नहीं पाया, नतीजा यह हुआ कि पेट गुब्बारे की तरह फूल गया और नौबत अस्पताल पहुंचने की आ गई. एक शख्स पेट दर्द के चलते अस्पताल पहुंचा, जहां दर्द के साथ पेट गुब्बारे की तरह फूला हुआ भी था, जिसे देख डॉक्टर भी हैरान थे पेट के अंदर क्या है उसकी समस्या क्या है ये समझने के लिए डॉक्टरों ने उसका चेकअप करवाया तो नतीजा देख कर सिर पकड़ लिया. शख्स के पेट में जहां तहां सिक्कों की भरमार थी. लेकिन उसकी संख्या कितनी थी, यह नहीं पता चल रहा था. लिहाजा डॉक्टरों ने सर्जरी की तो पेट से 187 सिक्के निकाले गए. शख्स के पेट से जो सिक्के बाहर निकाले गए उनमें 56 सिक्के 5 रुपए के थे. 2 रुपए के 51 सिक्के थे. जबकि 1 रुपए की सिक्कों की संख्या 80 थी.

यह भी पढ़े : Aaj Ka Love Rashifal : इन राशि लोग आज अपने प्रेम का इजहार खुलकर करेंगे, जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्या हो सकती है

पेट में भरे सिक्के निकालना  डॉक्टरों के लिए था चैलैंजिग

सिक्के निगलने वाले जिस शख्स का जिक्र यहां किया जा रहा है उसका नाम है दयमप्पा, जिनकी उम्र 58 साल है. और परिवार के मुताबिक वो मानसिक रूप से विक्षिप्त है. परिवार का ये भी कहना है कि पिछले कई महीनों से वो धीरे धीरे कर इतने सिक्कों को अपने पेट में जमा करता गया. जिसके चलते उसके पेट में तेज दर्द और फूलना शुरू हो गया. हालांकि परिवार के लोगों का ये भी कहना है कि मानसिक विक्षिप्तों होते हुए भी देवमप्पा नियंत्रण में ही रहते हैं. लेकिन उन्होंने यह सिक्के कब निगलना शुरू कर दिया, यह किसी को पता नहीं चला. सिक्के निगलने वाले शख्स की सर्जरी करने वाले डॉक्टर ईश्वर कलबुर्गी के मुताबिक उनके और उनकी टीम के लिए भी यह केस बाकी मामलों से अलग और बेहद चैलेंजिंग था. जिसके सफल होने के बाद उन लोगों ने राहत की सांस ली.