ब्रह्माण्ड (universe) एक ऐसा राज है जो इंसानों की समझ से परे हैं। इंसानों ने अपनी तीक्ष्ण बुद्धि से कई रहस्यों से पर्दा उठा लिया है और अभी भी इसे लेकर इनकी जंग जारी है। कहा जाता है कि धरती की जमीन मजबूती इस कारण है कि ज्वालामुखी (volcano) से निकला गर्म लावा सतह पर गिरा और जम गया, जिसकी वजह से एक मजबूत जमीनी सतह का निर्माण हुआ।
अभी के समय में धरती पर हजारों ज्वालामुखी (volcano) हैं, जिनमें से कुछ सक्रिय हैं तो कुछ निष्क्रिय हैं। इसी तरह से सौरमंडल के दूसरे ग्रहों और उपग्रहों पर भी ज्वालामुखी मौजूद हैं जो उन ग्रहों को लेकर कई तरह के राज खोलती है-

चंद्रमा (Moon)-

यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां पहले ज्वालामुखी थे, जो सक्रिय थे, लेकिन बाद में वो निष्क्रिय हो गए।
शुक्र ग्रह (Venus)-

वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि इस ग्रह पर कई ज्वालामुखी हैं, जिनमें से कुछ आज भी सक्रिय हैं और ऐसा भी कहा जाता है कि इनकी सक्रियता की वजह से ही यह ग्रह अत्यधिक गर्म है।
मंगल ग्रह (Mars planet)-

इस ग्रह पर सौर मंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है, जिसका नाम ओलंपस मोन्स है। इसकी ऊंचाई करीब 25 किलोमीटर है। हालांकि यह लाखों सालों से निष्क्रिय है।