कई बार छोटी छोटी चीजें बहुत ही बड़ी बन जाती है और कई बार बड़ी बड़ी चीजें छोटी हो जाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण एक पहाड़ जो कि माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) से भी छोटा है लेकिन उस पर आज तक कोई चढ़ाई (climbing) नहीं कर पाया है। ये दुनिया का सबसे खूबसूरत पर्वत है जो नेपाल में स्थित है जो कि नेपाल और तिब्बत की सीमा को चिह्नित करता है।


गंगखार पुनसुम (Gangkhar Punsum) नाम का पहाड़, जो भूटान और चीन के मध्य स्थित है। दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट एवरेस्ट की बात करे तो इसकी ऊंचाई 29,029 फीट है, जबकि गंगखार पुनसुम की ऊंचाई 24,840 फीट है। इस पर किसी के भी ना चढ़ने के पीछे भूटान सरकार का हाथ है। साल 1994 में कुछ पर्वतारोहियों ने गंगखार पुनसुम (Gangkhar Punsum) पर चढ़ने की कोशिश की थी, लेकिन तब भूटान की सरकार ने चीन की सरकार से मदद लेते हुए उन्हें पहाड़ पर चढ़ने से रोक दिया था।  

इसके पीछे वजह ये है कि भूटान (Bhutan) के लोग पहाड़ों को भगवान के समान मानते हैं। ऐसे में गंगखार पुनसुम भी उनके लिए एक पवित्र स्थल है। साल 1994 में ही भूटान की सरकार ने एक कानून पास किया था, जिसके अनुसार 20 हजार फीट तक की ऊंचाई वाले पहाड़ों पर ही पर्यटकों को जाने की अनुमति होगी, जबकि गंगखार पुनसुम (Gangkhar Punsum) की ऊंचाई 24 हजार फीट से ज्यादा है।