/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2023/02/27/Iran-school-going-girls-poisoned-1677479948.png)
नई दिल्ली। सरकार द्वारा लड़कियों को स्कूल जाने की ऐसी सजा दी गई कि जानकर हर किसी की रूह कांप उठे। जी हां, मुस्लिम देश ईरान में स्कूल जाने से रोकने के लिए सरकार द्वारा लड़कियों को जहर दिया जा रहा है। इस मामले का खुलासा ईरान के एक मंत्री ने किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने लड़कियों की शिक्षा को बंद करने के मकसद से क़ोम शहर में स्कूली छात्राओं को ज़हर दिया था। ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री यूनुस पनाही के हवाले से बताया गया है कि लड़कियों को जहर जानबूझकर दिया गया। इसी वजह से पिछले साल नवंबर के आखिरी सप्ताह के बाद तेहरान में सैंकड़ों स्कूली लड़कियों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
यह भी पढ़ें : PM मोदी के सामने 'चक्रवाती तूफान' है खालिस्तान, इंदिरा गांधी का कर चुका है ऐसा बुरा हाल
लड़कियों को जानबूझकर कर दिया जहर
ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री यूनुस पनाही ने कहा है कि स्कूली छात्राओं को जानबूझकर जहर दिया गया था। आईआरएनए राज्य समाचार एजेंसी ने पनाही के हवाले से कहा कि कोम के स्कूलों में कई छात्राओं को जहर दिए जाने के बाद, यह पाया गया कि कुछ लोग चाहते थे कि सभी स्कूलों, खासकर लड़कियों के स्कूलों को बंद कर दिया जाए।
स्पष्टीकरण की मांग उठी
हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि अभी तक जहर देने के मामले में किसी की गिरफ्तारी हुई या नहीं। आईआरएनए के मुताबिक 14 फरवरी को बीमार छात्राओं के माता-पिता ने स्पष्टीकरण की मांग के लिए शहर के गवर्नर के सामने धरना दिया था। इसको लेकर जवाब में सरकार के प्रवक्ता अली बहादोरी जहरोमी ने कहा कि खुफिया और शिक्षा मंत्रालय विषाक्तता के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें : महाशक्ति पर भारी पड़ी सहनशक्ति, जानिए क्यों यूक्रेन से युद्ध नहीं जीत पाया रूस
न्यायिक जांच का आदेश
हाल ही में अभियोजक जनरल मोहम्मद जाफर मोंटाज़ेरी ने घटनाओं की न्यायिक जांच का आदेश दिया है। आपको बता दें कि मुस्लिम देश ईरान में हिजाब पहनने का विरोध करने पर 22 वर्षीय लड़की कुर्द महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसके बाद ईरान में काफी हंगामा हुआ।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |