त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों से गुरुवार को आए चुनावी नतीजों के तुरंत बाद छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आयी हैं। जिसमें एक अनुमंडल पुलिस अधिकारी समेत कम से कम 25 लोग घायल हो गये हैं। राज्य में जहां टिपरा मोथा कार्यकर्ताओं पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों और सरकारी कार्यालयों को निशाना बनाने का आरोप है। वहीं विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थकों पर हमला किया।

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पुलिस के मुताबिक तेलियामुरा प्रसून कांति त्रिपुरा के अनुमंडल पुलिस अधिकारी को टिपरा मोथा कार्यकर्ताओं के हमले में सिर पर चोट लगी, क्योंकि टिपरा मोथा तेलियामुरा और कृष्णापुर निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा से हार गयी थी। जिससे बौखला कर उन्होंने हमलाें को अंजाम दिया था। टिपरा मोथा के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से भाजपा मंडल कार्यालय पर हमला किया और कुछ भाजपा समर्थकों को पीटा और पुलिस के रोकने पर पुलिस पर भी हमला किया। इसी प्रकार की घटनाएं दक्षिण त्रिपुरा के शांतिबाजार और सिपाहीजाला जिले के विशालगढ़ में भी हुईं। इन इलाकों में टिपरा मोथा के उम्मीदवारों के चुनाव में हारने के बाद एसडीएम कार्यालय और कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की गई और स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज का सहारा लिया।

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भाजपा ने आरोप लगाया कि टिपरा मोथा और माकपा कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्य में भाजपा की जीत के बाद उनके कार्यकर्ताओं पर हमला किया। इस हमले में कई मोटरसाइकिलें तहस-नहस हो गई और भाजपा के 15 कार्यकर्ता घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मतगणना के दौरान विशालगढ़ उपमंडल मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने एक घर पर कथित रूप से बदमाशों ने बम से हमला किया। भाजपा के विजयी उम्मीदवार सुशांत देव के अनुसार मोथा कार्यकर्ताओं ने अचानक पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ और हमला किया और उनकी पार्टी के 10 कार्यकर्ताओं पर हमला कर उन्हें घायल किया। कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आयी हैं।

इस बीच, माकपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के गुंडो ने मतगणना के दौरान अगरतला के बधारघाट इलाके में एक वाम मोर्चा समर्थक के घर पर हमला किया। पीडित हालांकि अपने परिवार के साथ भागने में सफल रहा, लेकिन उसका घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसी प्रकार के हमले, मोहनपुर, अगरतला, सूर्यमणिनगर, रामनगर, पबियाचेरा, बेलोनिया और सोनामुरा में भी हुए। आरोप यह भी है कि भाजपा समर्थित उपद्रवियों ने शुक्रवार दोपहर भारत-बंगलादेश सीमा के रबिदासपारा में हमला किया और स्थानीय लोगों पर माकपा के पक्ष में मतदान करने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग द्वारा निर्देश जारी करने बावजूद राज्य में 16 फरवरी को हुए मतदान के बाद से हिंसा और हमले का दौर जारी हैं, जिसमें अब तक 52 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं।