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त्रिपुरा में हुई हिंसा (Tripura violence) में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani, National President of Jamiat Ulema-e-Hind) ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
मीडिया में जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani) ने कहा कि त्रिपुरा में सांप्रदायिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा कि हमने बांग्लादेश में हुई हिंसा की कड़ी निंदा की थी और आज त्रिपुरा में सांप्रदायिक शक्तियों की भी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
मौलाना (Maulana) ने कहा कि त्रिपुरा (Tripura) कई दिनों तक उपद्रवियों के निशाने पर रहा और संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेने वाले नेता मूकदर्शक बने हैं। जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी त्रिपुरा सरकार (Tripura Government) से मांग करते हुए कहा कि लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित और दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
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