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उत्तर प्रदेश के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा (Tripura BJP) में भी बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल यहां पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुदीप रायबर्मन (Sudeep Rai Barman) और उनकी टीम के कई विधायक पार्टी छोडऩे की तैयारी में हैं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले को राजनीतिक भूल बताया था। रॉयबर्मन ने अगला चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ने से भी साफ इंकार कर दिया है।
रक्तदान शिविर में भाग लेने पहुंचे थे रायबर्मन
रॉयबर्मन (Sudeep Rai Barman) भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ विधायक आशीष कुमार साहा के साथ बुधवार को छात्रों के निमंत्रण पर स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर में भाग लेने के लिए सबरूम डिग्री कॉलेज गए थे, जहां पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि स्वास्थ्य विभाग ने शिविर को रद्द कर दिया है। यहां उन्होंने छात्रों से कहा कि मैं अगला चुनाव भाजपा के टिकट से नहीं लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे से मिले एबीवीपी के एक स्थानीय नेता अभिजीत देब और पांच अन्य लोगों को मेरी वापसी के बाद बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके संबोधन में भाग लेने वाले छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को धमकी मिल रही है।
भाजपा के अत्याचार से जनता परेशान
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुदीप रायबर्मन (Sudeep Rai Barman) ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा के लोग भाजपा (Tripura BJP) के अत्याचार और कुशासन से परेशान हो चुके हैं। अब यह दर्द असहनीय हो चुका है। इसलिए जल्द ही अपने भविष्य पर फैसला लेने का वक्त आ चुका है। उन्होंने कहा, गलतियां मानव जीवन का एक हिस्सा हैं। हमने भी गलतियां की हैं, लेकिन जीवन का उद्देश्य गलतियों को सुधारना होना चाहिए। हम भी उसी रास्ते पर हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी गलतियों को सुधार रहे हैं और मैं लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए बेगुनाह और मजबूर लोगों की आवाज बनने का पुरजोर आह्वान करता हूं।
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