तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने सुप्रीम कोर्ट (SC) में याचिका दाखिल कर त्रिपुरा में निगम चुनावों के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए सुरक्षा मांगी। TMC ने सुप्रीम कोर्ट के किसी रिटायर्ड जज की निगरानी में हिंसा की जांच करने की गुहार लगाई। पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले के सभी मामलों में कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग भी की। सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करेगा।

TMC की राज्यसभा सांसद सुस्मिता देव (Rajya Sabha MP Susmita Dev) की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि त्रिपुरा में उसके पार्टी कार्यकर्ता हिंसक हमलों का सामना कर रहे हैं। पार्टी को चुनाव लड़ने से रोका जा रहा है। 

टीएमसी (TMC) नेताओं और सदस्यों के खिलाफ गुंडों की भीड़ द्वारा हिंसा का निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इन घटनाओं में 30 कारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पार्टी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई है। इस तरह के नियमित हमले केवल राजनीतिक विरोधियों के इशारे पर किए जा रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि सरकार के इशारे पर पुलिस जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रही है। 

याचिका में कहा गया कि त्रिपुरा सरकार (Tripura Government) को यह सुनिश्चित करने के लिए आदेश दिए जाएं कि वह उन क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखें जहां चुनाव होने हैं। राज्यों के लिए एक ऐसा माहौल बनाना अनिवार्य है जो चुनावों में अबाध रूप से राजनीतिक भागीदारी को सक्षम बनाए।

दरअसल, त्रिपुरा में नगर निगम चुनाव (Municipal elections in Tripura) 25 नवंबर से होने हैं। सुप्रीम कोर्ट (SC) में बुधवार को वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायण याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए और अदालत को सूचित किया कि स्थानीय निकाय का चुनाव 25 नवंबर को है। जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि गुरुवार को मामले की सुनवाई करेंगे।