कोरोना देश में लगातार फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री बताया है कि हाल ही में कोरोना की मरीजों की संख्या में गिरावट देखी है। जिससे कोरोना पर नियंत्रण किया जा रहा है। वैसे तो सरकार ने कोरोना काल के लॉकडाउन में लोगों को घर का राशन दिया था और अभी भी दे रहे हैं। इसी के साथ कोविड-19 पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा भी दे रहे हैं। ताकी घर खर्च आसानी से चलाया जा सकें।


इसी संबंध में पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा सरकार ने कोरोना काल में नियंत्रण पाने के बाद ऐलान किया है कि 31 दिसबंर के बाद से कोरोना पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा। इसी संबंध में मई में लिए गए अपने पहले फैसले पर यू-टर्न लिया और फैसला किया है कि 31 दिसंबर के बाद वायरल संक्रमण से पीड़ित लोगों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा। दिशानिर्देशों की घोषणा हाल ही में राज्य सरकार द्वारा की गई थी।


जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले, सरकार ने घोषणा की कि COVID -19 के शिकार हुए लोगों के परिवारों को सीएम राहत कोष और एसडीआरएफ से 10 लाख रुपये का एकमुश्त अनुदान 6 लाख रुपये और 4 लाख रुपये प्रदान करेंगी। दिशानिर्देशों में आगे कहा गया है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों को छोड़कर केंद्र सरकार के कर्मचारी भी इस एक बार के अनुदान का लाभ नहीं उठाएंगे। लेकिन अब सरकार ने इस एकमुश्त अनुदान को खत्म कर दिया है।