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त्रिपुरा पुलिस के सहयोग से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने त्रिपुरा के अगरतला और सोनामुरा इलाकों में फेमा के तहत सात जगहों पर तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान जांच एजेंसी को विदेशी हवाला के जरिए आई 80 लाख रुपये भारतीय मुद्रा और 30 लाख टका बांग्लादेशी मुद्रा बरामद हुई। साथ ही अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। अब जांच एजेंसी यह जानने की कोशिश कर रही है कि हवाला का यह पैसा किन लोगों के पास जाना था। आतंकवादी संगठनों के पास या फिर असम चुनाव में इस पैसे का प्रयोग होना था।
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया की एक गुप्त सूचना के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशी मुद्रा अधिनियम एक्ट फेमा के तहत सात स्थानों पर छापेमारी की। प्रवर्तन निदेशालय को पता चला था कि विदेशी माध्यम से बड़े पैमाने पर हवाला की राशि त्रिपुरा भेजी गई है और इस राशि का प्रयोग आतंकवादी संगठन या असम चुनाव आदि में भी किया जा सकता है।
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया की जिन सात जगहों पर छापेमारी की गई, वहां से भारतीय मुद्रा की 80 लाख रुपये की करेंसी और बांग्लादेश की मुद्रा टका की 30 लाख कीमत की करेंसी बरामद हुई। साथ ही छापेमारी के दौरान अनेक ऐसे दस्तावेज बरामद हुए जो हवाला राशि के बारे में अहम जानकारी रखते हैं। साथ ही पहले भी जो हवाला राशियां आई हैं उनके बाबत भी इन दस्तावेजों में उल्लेख किया गया है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक इस पूरे गड़बड़ घोटाले में उत्तर पूर्वी राज्यों के कुछ प्रभावशाली लोगों का हाथ भी बताया जा रहा है, जो इस पैसे के जरिए बड़े पैमाने पर अशांति फैलाना चाहते थे। फिलहाल इस मामले में ईडी की जांच जारी है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि हवाला रकम के तार किन-किन लोगों तक किस रूप में पहुंची हुई है। यह बहुत कम ही पाया जाता है कि जब सटीक सूचना के आधार पर जांच एजेंसी उत्तर पूर्वी राज्यों या सीमावर्ती राज्य में कार्रवाई करती है और उसे बड़े पैमाने पर सफलता मिलती है।
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