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ब्रू समुदाय देश की नागरिकता लेने के लिए कई सालों से लड़ रहे हैं। और हाल ही में कंचनपुर में हुई झड़प में एक जवान की मौत से स्थानिय लोगों और ब्रू समुदाय के बीच और ज्यादा विवाद बढ़ गया है। इसी तरह से मिजोरम के मुख्य विपक्षी जोराम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) ने चुनाव आयोग (ECI) को पत्र लिखा जिसमें ZPM ने ब्रू मतदाताओं के नाम चुनाव सूची से हटाने का आग्रह किया है। इस बीच, राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मिजोरम में लगभग 12,000 ब्रू मतदाता हैं, जो प्रत्यावर्तन के दौरान राज्य में वापस जाने में विफल रहे।
ZPM ने कहा कि मिजोरम मतदाता सूची से जो अभी तक त्रिपुरा में फिर से बसने के लिए तैयार हैं वो लोग चुनाव में वोट ना दें। इसी तरह से ZPM पार्टी के एक नेता ने कहा कि चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मिजोरम में लगभग 12,000 ब्रू मतदाता हैं, जिन्होंने त्रिपुरा में स्थायी रूप से निवास करने का विकल्प चुना है। ZPM प्रचार विभाग के सचिव लालडिनपुइया ने कहा कि ब्रू समुदाय के लोग चुनाव में शामिल ना हो क्योंकि वह अभी तक देश नागरिक नहीं है।
जानकारी के लिए बता दें इस मामले में चार कोरे समझौते के अनुसार मिजोरम निर्वाचन से ब्रू मतदाताओं के नाम हटाने की मांग को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के माध्यम से चुनाव आयोग को प्रस्तुत किया गया था। पत्र में कहा गया है कि ब्रू प्रवासी, जो मिजोरम में रहते थे, लेकिन 1997 में अपने दम पर राज्य छोड़ दिया और अब त्रिपुरा में बसे हुए हैं, राज्य से जाने के 2 दशक बाद भी मिजोरम मतदाता सूची में नामांकित हैं। विस्थापित ब्रू लोगों को मिजोरम में वापस लाने के लिए केंद्र, राज्य सरकारों और नागरिक समाज संगठनों द्वारा कई प्रयास किए गए हैं।
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