पूर्वोत्तर भारत में हमेशा सुर्खियों में रहने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब एक फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। हाल ही में उन्होंने ऐसा बयान दिया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भाजपा महिला मोर्चा के बानमालीपुर मंडल की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा त्रिपुरा में अगले 30-35 वर्षों तक सरकार बनाती रहेगी। राज्य में किसी भी बदलाव का कोई संकेत नहीं है। जिससे बीजेपी की राज सत्ता पर कोई और बैठ जाए।


बिप्लब कुमार देब ने यह भी कहा कि बीजेपी की त्रिपुरा में गहरी जड़ें हैं, और वह आने वाले कई सालों तक राज्य में लगातार सरकारें चलाती रहेगी। परंपरागत रूप से, त्रिपुरा वाम मोर्चा का एक मजबूत गढ़ रहा है। वाम मोर्चा ने 1978 से 1988 तक और फिर से 1993 से 2018 तक त्रिपुरा पर शासन किया है। उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा में अगले 30 से 35 वर्षों में राजनीतिक परिवर्तन का कोई संकेत नहीं है। देब ने कहा कि वे समस्याओं के एक भंवर में फंस गए हैं, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा में उनके खिलाफ एक मजबूत असंतोष शामिल है।

जानकारी के लिए बता दें कि कुछ विद्रोही भाजपा विधायक और त्रिपुरा के पूर्व नेता भी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने के लिए दुर्गा पूजा से पहले नई दिल्ली गए थे। उन्होंने कथित तौर पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई अन्य नेताओं से मुलाकात की और शासन में बिपल्ब कुमार देब के सनकी रवैये पर नाराजगी जताई थी। भाजपा के कुछ नेता, जिनमें विधायक भी शामिल हैं, जो राज्य सरकार के नेतृत्व में बड़े बदलावों के लिए प्रचार कर रहे हैं।