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तृणमूल कांग्रेस (TMC) विशेष रूप से पूर्वोत्तर में अपने प्रभाव का विस्तार करने के प्रयास में तेजी से कामयाब हो रही है। इसी बीच, 2021 के चुनावों में पश्चिम बंगाल को सत्ता से हटाने के बड़े पैमाने पर भाजपा अपनी सफलता को दोहरा सकती है इस बारे में सियासी तेज हो रही है। बता दें कि की बीजेपी के दिग्गज नेता TMC में शामिल हो गए हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और त्रिपुरा के प्रभारी विनोद सोनकर (Vinod Sonkar) ने कहा कि वह त्रिपुरा में आगामी निकाय चुनाव लड़ेगी। और आगे कहा कि तृणमूल (Trinamool Congress) पहली बार त्रिपुरा में चुनाव नहीं लड़ रही है। इसने पहले 2018 के साथ-साथ 2019 में भी राज्य में चुनाव लड़ा था, जिसमें उसने अपनी जमानत खो दी थी। अब अगर तृणमूल एक बार फिर चुनाव लड़ना चाहती है तो वह अगले साल भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है। इससे भाजपा को कोई वास्तविक खतरा नहीं है।दूसरी ओर तृणमूल (Trinamool Congress) त्रिपुरा में सत्ता हथियाने का दावा कर रही है। कभी कांग्रेस आलाकमान की करीबी पार्टी नेता कही जाने वाली सुष्मिता देव हाल ही में इसमें शामिल हुईं। पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने त्रिपुरा में जनाधार बढ़ाने की जिम्मेदारी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को दी है।
इस बारे में विनोद सोनकर (Vinod Sonkar) ने कहा कि तृणमूल (Trinamool Congress) ने पहले पूरी तैयारी के साथ त्रिपुरा में चुनाव लड़ा था, लेकिन हार का मुंह लेकर वापस कोलकता लौट गई थी।
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