त्रिपुरा में राज्य सरकार और तृणमूल कांग्रेस के बीच घमासान चल रहा है। आने

वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों पार्टियों के बीच जंग चल रही है। इसी बीच त्रिपुरा हाई कोर्ट की तरफ से रैली न करने के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार करने के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC)ने राज्य में अपने सभी तय कार्यक्रमों को टाल दिया है।

TMC ने ट्विटर कर जानकारी दी कि " बिप्लब देब सरकार ने पूरे राज्य में धारा 144 लगा रखी है, जिसकी वजह से दो से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है। इस प्रक्रिया के मुताबिक, हमने त्रिपुरा की बेजीप सरकार से अपने सभी कार्यक्रमों के लिए मंजूरी मांगी, लेकिन उन्होंने लगातार मना किया "।


इन्होंने सवाल करते हुए बताया कि इस बार उन्होंने हमारे आवेदनों का जवाब नहीं दिया और हमें हाई कोर्ट का रुख करना पड़ा ताकि यह जान सकें कि राज्य में धार 144 लगी है या नहीं। टीएमसी ने आगे कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक, हम त्रिपुरा में होने वाले अपने सभी कार्यक्रमों को टाल रहे हैं। हम कोर्ट से इस मामले में और स्पष्टता मांगेंगे।

हालांकि, टीएमसी की ओर से यह भी कहा गया है कि पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी बुधवार को त्रिपुरा जाएगा। वह यहां 'जोगदान कर्मासूची' कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके तहत कई नेताओं को टीएमसी ज्वाइन कराई जाएगी।
बता दें कि तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी की राजनीतिक हिंसा के विरोध में पहले 15 सितंबर को त्रिपुरा में रैली आयोजित होने वाली थी, लेकिन राज्य सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप से इनकार करते हुए टीएमसी की याचिका को खारिज कर दिया।