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अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी (TMC MP Abhishek Banerjee) की रविवार को अगरतला (Agartala) में सभा को लेकर उत्पन्न हुआ गतिरोध समाप्त हो गया।अगरतला पुलिस ने 15 शर्तों के साथ अभिषेक बनर्जी की अगरतला की सभा की अनुमति दी। बता दें कि शनिवार को त्रिपुरा पुलिस ने त्रिपुरा आने वालों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट (Corona Negative Report) बाध्यतामूलक कर दी थी। इसके बाद से अभिषेक बनर्जी की सभा को लेकर सवाल उठ रहे थे। इसे लेकर पुलिस के साथ टीएमसी नेता कुणाल घोष की बैठक हुई। उस बैठक के बाद यह अनुमति दी गई। बता दें कि इस सभा में बीजेपी विधायक आशीष दास के टीएमसी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
पुलिस द्वारा निर्धारित पहली शर्त में यह सुनिश्चित करना होगा कि सभा को लेकर कोई अप्रिय स्थिति पैदा न हो। शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए सभा होनी चाहिए। सभा के स्थान, समय और मार्ग का कड़ाई से पालन करना होगा, जो लोग बैठक में शामिल होने जा रहे हैं, यानी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थकों यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी तरह से सड़क पर जाम न लगे। यह टीएमसी नेतृत्व की जिम्मेदारी है।
पुलिस द्वारा दी गई शर्त के अनुसार सभा स्थल पर जाते समय टीएमसी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को मोटर वाहन अधिनियम का पालन करना होगा। आप गाड़ी की छत पर बैठकर सभा स्थल पर नहीं जा सकते। यह सुनिश्चित करना टीएमसी नेतृत्व की जिम्मेदारी है कि कोई भी कार्यकर्ता या समर्थक लाठी, चाकू या किसी अन्य हथियार के साथ सभा स्थल पर न जाए। इसके अलावा, अस्पतालों, नर्सिंग होम, शैक्षणिक संस्थानों, अदालतों या धार्मिक स्थलों के सामने जुलूस के दौरान कोई नारा नहीं लगाया जा सकता है। सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल खराब करने वाले जुलूसों या सभाओं से कोई भड़काऊ टिप्पणी नहीं की जा सकती। ऐसा कोई गाना नहीं चलाया जा सकता। दूसरी ओर, टीएमसी नेता कुणाल घोष ने बीजेपी सरकार ने सभा में बाधा देने का आरोप लगाया है।
पुलिस द्वारा भेजी गई शर्तों की सूची में आगे कहा गया है कि लाउडस्पीकरों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया होगा। लाउडस्पीकर की आवाज किसी भी तरह से अनियंत्रित नहीं होनी चाहिए। रात 10 बजे से सुबह 8 बजे तक माइक, लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा। आगे कहा गया कि पुलिस चाहे तो सभा के आयोजकों से अनुमति मांग सकती है। यदि हां, तो पुलिस को परमिट दिखाना होगा। उन्हें बैठक से दो कार्य दिवस पहले बैठक के लिए अनुमति मांगनी होगी। आवेदन पत्र में उल्लिखित कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की संख्या से अधिक लोगों की उपस्थिति किसी भी प्रकार से उपस्थित नहीं होनी चाहिए।
हाल ही में त्रिपुरा नाम बंगाल की राजनीति के साथ जुड़ गया है। तृणमूल (टीएमसी) के नेता बार-बार त्रिपुरा जा रहे हैं। हालांकि इस बार त्रिपुरा सरकार ने निर्देश दिया है कि अगर उन्हें राज्य में प्रवेश करना है तो उन्हें कोविड टेस्ट कराना होगा। त्रिपुरा सरकार ने बंगाल समेत कई राज्यों के लिए यह नियम जारी किया है। वह गाइडलाइन कल ही दी गई थी।इस बीच अभिषेक बनर्जी रविवार को त्रिपुरा के दौरे पर जा रहे हैं। इस गाइडलाइन को लेकर पहले भी कयास लगाए जा चुके हैं।
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