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चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में अब तक 147 करोड़ रुपये से अधिक की बरामदगी दर्ज की गई है, जो 2018 के विधानसभा चुनावों की तुलना में 20 गुना अधिक है। चुनाव आयोग ने कहा- प्रवर्तन एजेंसियों के समन्वित प्रयासों, व्यापक निगरानी, व्यय के प्रति संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों को चिन्हित करने और फील्ड टीमों की पर्याप्त तैनाती के कारण, तीनों राज्यों से चुनावों की घोषणा के बाद 147.84 करोड़ रुपये की जब्ती हुई, जो 2018 के विधानसभा चुनावों में आदर्श आचार संहिता के प्रवर्तन की पूरी अवधि के दौरान की गई बरामदगी से 20 गुना अधिक है, पिछले चुनाव में कुल मिलाकर 7.24 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी।
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एक ऑपरेशन में, त्रिपुरा के धलाई जिले में पुलिस द्वारा 10.58 करोड़ रुपये मूल्य की 3.53 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। राजस्व खुफिया निदेशालय ने मेघालय में पूर्वी खासी हिल्स जिले में 2.44 किलोग्राम हेरोइन और नागालैंड में चुमौकेदिमा जिले में 2.27 किलोग्राम हेरोइन भी जब्त की।
चुनाव आयोग ने कहा, त्रिपुरा में, नशीली दवाओं और अवैध गांजा की खेती की संवेदनशीलता को देखते हुए, सिपाहीझला और पश्चिम त्रिपुरा जिलों में जिला पुलिस कर्मियों, वन अधिकारियों, बीएसएफ, नशीले पदार्थों और अन्य एजेंसियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
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त्रिपुरा में करोड़ों रुपए की कीमत का ड्रग्स नष्ट किया गया है। जनवरी में त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के अपने दौरे के दौरान चुनाव आयोग ने केंद्रीय और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की थी। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान प्रलोभन के वितरण पर सतर्कता और जीरो टॉलरेंस पर जोर दिया।
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