उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी (Increase in the cases of corona in Uttar Pradesh) से बढ़ोतरी देखी जा रही है। मंगलवार को जारी नये आंकड़ों ने चिंताएं ज्यादा बढ़ा दी हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घण्टों में यूपी 992 मामले सामने आये हैं वहीं 23 मामले ओमिक्रॉन (Omicron ) के होने से और हड़कंप मच गया है। कोरोना की तीसरी लहर की आहट को देखते हुए सबसे ज्यादा चिंता स्कूलों के लेकर है। अभी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं होनी हैं। लेकिन तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बोर्ड परीक्षाओं (Board examinations) पर भी संशय के बादल मंडराने लगे हैं।

आपको बता दें कि यूपी बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएँ (10th and 12th examinations of the UP Board ) मार्च के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाली थीं लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आहट को देखते हुए यह परीक्षाएं रद्द की जा सकती हैं।

तीसरी लहर की आशंका के बीच अगर यूपी बोर्ड दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को रद्द करता है, तो बोर्ड, छात्रों का रिजल्ट पिछले साल के फार्मूले के आधार पर तैयार कर सकता है। आपको बता दें कि 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के रद्द होने के बाद बारहवीं के छात्रों के रिजल्ट में 50 प्रतिशत वेटेज कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा, 10 प्रतिशत वेटेज कक्षा 12 में आयोजित प्री-बोर्ड और 40 प्रतिशत वेटेज कक्षा 11की परीक्षा को दिया गया था। वहीं दसवीं के रिजल्ट के लिए कक्षा 9 के अंको को 50 प्रतिशत तथा कक्षा 10 के प्री-बोर्ड के अंको को 50 प्रतिशत वेटेज दिया गया था।

आपको बता दें कि इस बार यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तकरीबन 52 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें 28 लाख छात्र दसवीं में तो 24 लाख छात्र बारहवीं की परीक्षा में हिस्सा लेंगे।