क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में (Increase in the price of cryptocurrencies) जबरदस्त तेजी है।  क्रिप्टो की सबसे लोकप्रिय करेंसी (Price of bitcoin, the most popular crypto currency) बिटकॉइन की कीमत आज 67,803 डॉलर पर पहुंच गई है।  पिछले 6 महीने में इसके भाव में दोगुना का इजाफा हुआ है। 

बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे लोकप्रिय करेंसी इथर (Price of Ether) की कीमतें भी तेजी से बढ़ी हैं।  इथर की कीमत इस समय 4,825 डॉलर पर पहुंच गई है।  दोनों करेंसी अक्टूबर के बाद से डॉलर की तुलना में 70% ज्यादा रिटर्न दी हैं।  बिटकॉइन (Bitcoin)  और अन्य करेंसी में अक्टूबर के महीने से तेजी शुरू हुई है।  ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले महीने अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Exchange-traded fund) लॉन्च किया गया था।  यह पहला बिटकॉइन ईटीएफ लॉन्च किया गया था। 

पिछले हफ्ते बिटकॉइन में कुल 9.5 करोड़ डॉलर की रकम आई थी।  सभी डिजिटल असेट्स में यह सबसे ज्यादा रकम थी।  जबकि पिछले दो महीने में 2.8 अरब डॉलर की रकम इस असेट्स में आई है। हाल के हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े बैंक ने कहा था कि वह रिटेल ग्राहकों के लिए क्रिप्टो के कारोबार की ऑफरिंग कर रहा है।  क्रिप्टो की अन्य करेंसी बिनांस कॉइन और सोलाना दोनों तीसरे और चौथे नंबर की सबसे लोकप्रिय करेंसी हैं।  इनकी कीमतें पिछले 7 दिनों में 20% बढ़ी हैं। 

क्रिप्टो की कीमतों में तेजी से इसका मार्केट कैप पहली बार इस समय 3 लाख करोड़ डॉलर (3 ट्रिलियन डॉलर) हो गया है।  क्रिप्टो में कुल करीबन 13,796 करेंसी इस समय कारोबार कर रही हैं।  15 अक्टूबर को बिटकॉइन की कीमत 60 हजार डॉलर के पार पहुंची थी। 

अप्रैल में 64 हजार डॉलर के पार थी कीमत

बिटकॉइन की अभी तक की सबसे ज्यादा कीमत अप्रैल 2021 में थी. उस समय बिटकॉइन 64,889 डॉलर पर कारोबार कर रही थी। उसके बाद इस करेंसी में भारी गिरावट आई थी। इससे बिटकॉइन की कीमत 30 हजार डॉलर तक पहुंच गई थी। जानकारों का मानना है कि बहुत जल्द बिटकॉइन की कीमत एक लाख डॉलर के आंकड़े को पार कर सकती है।

 ज्यादातर विश्लेषक निवेशकों को क्रिप्टो को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं और इसे भी एक असेट क्लास के रूप में बता रहे हैं। भारत में क्रिप्टो का बाजार 2030 तक 241 मिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।  दुनिया भर में 2.3 अरब डॉलर का बाजार 2026 तक हो सकता है। 

नैस्कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में क्रिप्टो के सेगमेंट में निवेशकों की संख्या 1.5 करोड़ है।  बिटकॉइन की तेजी का प्रमुख कारण यह है कि अमेरिका ने बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड  लॉन्च कर दिया है।  इससे पहले अलसल्वाडोर नामक देश ने बिटकॉइन को कानूनी मान्यता दे दी थी।  जुलाई में बिटकॉइन की कीमत 32 हजार से भी नीचे पहुंच गई थी।  यानी अप्रैल के भाव से इसमें 50 प्रतिशत की गिरावट आई थी।  जबकि जुलाई की तुलना में अब बिटकॉइन की कीमत 100 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ गई है। 

बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय करेंसी

क्रिप्टो की तमाम करेंसीज में बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय है।  चीन में क्रिप्टो का बड़ा बिजनेस था। हालांकि सितंबर में चीन ने क्रिप्टो पर बैन लगा दिया था। उसने सिचुआन में क्रिप्टो करेंसी के माइनिंग प्रोजेक्ट को बंद कर दिया था।  क्रिप्टो के जानकारों का मानना है कि इस महीने या अगले महीने बिटकॉइन की कीमत 98 हजार डॉलर और साल के अंत में 1.35 लाख डॉलर तक जा सकती है।  बिटकॉइन साल 2008 में शुरु हुई थी।