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नई दिल्ली। PM मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के 97वां एपिसोड में कई मुद्दों पर बातें की हैं. आपको बता दें कि इससे पहले 25 दिसंबर 2022 को पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम किया था. आज मन की बात एपिसोड इस साल का पहला कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में PM मोदी ने विशेषतौर पर ई-वेस्ट पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने ई-वेस्ट के खतरों के बारे में बताते हुए इससे निपटने के लिए भी बताया.
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ई-वेस्ट का जिक्र
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में ई-वेस्ट का काफी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ई-कचरे को ठीक से व्यवस्थित नहीं किया गया तो ये हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है. आज के समय में जिस तरह से देश दुनिया में इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स का क्रेज बढ़ता जा रहा है. ये गैजेट ही जहर बनकर हमारे वातावरण में वापस आ रहे हैं.
ये होता है ई-वेस्ट
ई-वेस्ट का मतलब इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट होता है. आपको बता दें कि हम अपने घरों और उद्योगों में जिन इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स को यूज करने के बाद फेंक देते है, वो ही बेकार फेंका हुआ कचरा इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट यानि ई-वेस्ट कहलाता है. ये कचरा पर्यावरण के लिए परेशानी तब बनता है जब इसका सही तरीके से निस्तारण नहीं किया जाता है, जबकि इनका गैर-वैज्ञानिक तरीके से निपटारा किया जाता है.
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जलवायु परिवर्तन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के संरक्षण की बहुत चर्चा हा रही है. इसको लेकर भारत के ठोस प्रयासों के बारे में हम लगातार बात करते हैं. उन्होंने कहा कि अब हमारे देश में रामसर साइट्स की कुल संख्या 75 हो गई है, जबकि 2014 से पहले देश में केवल 26 रामसर साइट्स थीं.
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