बिहार में नाइट कर्फ्यू का (Night Curfew in Bihar) ऐलान हो गया है. मंगलवार को हुई सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में इस बात का फैसला हुआ.अब राज्य में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा. इसके साथ ही स्कूलों को बंद करने का फैसला बैठक में किया गया है.

अब राज्य में 6 जनवरी से 21 जनवरी तक कक्षा 8वीं तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे जबकि 9वीं कक्षा से ऊपर क्लास 50 फीसदी संख्या के साथ या फिर स्कूल प्रबंधन के अनुसार वर्चुअल चलेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार और समाज सुधार अभियान 21 जनवरी तक स्थगित किया गया है.

21 जनवरी तक बंद रहेंगे पॉर्क-मॉल

वहीं, पार्क, जिम, सिनेमा हाल, मॉल और मंदिर को 6 से 21 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. जबकि शादी और श्राद्ध कर्म में अधिकतम 50 लोग ही उपस्थिति रह सकते हैं. सभी पूजा स्थल श्रद्धालुओं के लिए अगले आदेश तक बन्द रहेंगे. केवल पुजारी ही पूजा कर सकेंगे. सिनेमा हॉल/ जिम/पार्क/ क्लब/ स्टेडियम/ स्वीमिंग पूल पूर्णतः बन्द रहेंगे.

शादी में अधिकतम 50 लोगों की अनुमति

रेस्टोरेंट/ ढाबे आदि 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे. शादी विवाह में अधिकतम 50 व्यक्ति तथा अन्तिम संस्कार में 20 व्यक्ति की अनुमति होगी. सभी राजनीतिक/ सामुदायिक/ सांस्कृतिक सार्वजनिक आयोजनों में अधिकतम 50 व्यक्ति की अनुमति होगी. परंतु इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. शॉपिंग मॉल पूर्णतः बन्द रहेंगे.

जनता दरबार में 14 लोग कोरोना पॉजिटिव

बता दें कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार (Janta Darbar) कार्यक्रम के दौरान सोमवार को पटना के एक फाइव स्टार होटल के 6 लोग, तीन सुरक्षाकर्मियों और 5 कैटरिंग स्टाफ सहित 14 लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई थी. यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी जनता दरबार के दौरान गले में दर्द की शिकायत थी. वह उस कार्यक्रम के दौरान गर्म पानी और गर्म चाय की मांग करते भी दिखे.

मंगलवार को पटना में जद (यू) के कार्यालय में पांच व्यक्तियों को भी कोविड संक्रमित पाया गया. संक्रमित व्यक्ति सोमवार को जनता दरबार कार्यक्रम का हिस्सा थे. इसके बाद अब पार्टी कार्यालय विजिटर्स के लिए बंद कर दिया गया है. 

'हर बार लॉकडाउन संभव नहीं'

इसके अलावा बिहार सरकार में मंत्री जिबेश कुमार ने मंगलवार को कहा कि हर बार लॉकडाउन लागू करना संभव नहीं है और लोगों को इस समस्या को समझना चाहिए और कोरोना के साथ जीना चाहिए.