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नई दिल्ली। बजट 2023 में कृषि, वाणिज्य समेत कई परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए बड़ी रकम देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही विज्ञान के ज्यादातर विभाग के बजट में भी बढ़ोतरी की गई है। भारत में विज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण विभाग इसरो के बजट ने सबको चौंका दिया है। क्योंकि ISRO Budget 2023 में 1100 करोड़ रूपयों की कटौती की गई है।
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आपको बता दें कि अंतरिक्ष में मानव मिशन जैसे महत्वपूर्ण अंतरिक्ष कार्यक्रमों पर कार्य कर रहे इसरो के बजट में यह कटौती चौंकाने वाली है। हालांकि, विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी विभाग, जैव प्रौद्यौगिकी, पृथ्वी विज्ञान और परमाणु ऊर्जा विभागों के बजट में बढ़ोतरी की गई है।
वैज्ञानिक शोध के लिए दिए गए बजट में विज्ञान के इन विभागों के अलावा भी शिक्षा, संचार तथा स्वास्थ्य अनुसंधान में वैज्ञानिक शोध के लिए पैसे दिए गए हैं। आईसीएमआर की प्रयोगशालाओं में निजी मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं को भी मौके देने का ऐलान किया गया है। बजट में इसरो के लिए 12543 करोड़ रूपये दिए गए हैं, जबकि वित्त वर्ष 2023—24 के दौरान यह 13700 करोड़ रुपये था। ऐसे में यह बजट बढ़ने की बजाय घटाया गया है।
हमारे वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस महामारी में जिस प्रकार से अपने कार्य का प्रदर्शन किया उसको देखकर माना जा रहा था कि वैज्ञानिक अनुसंधान से जुड़े विभागों के बजट में अच्छी बढ़ोतरी होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बल्कि इसरो जैसे महत्वपूर्ण विभाग का बजट घटाया गया है।
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