नई दिल्ली। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया है. वित्त मंत्री ने बजट में कृषि क्षेत्र को लेकर कई बड़े एलान किए हैं. वित्त मंत्री ने कहा की पीएम किसान सम्मान निधि के तहत करोड़ों किसानों को फायदा हुआ हुआ. इसके साथ ही 28 महीनों में 80 करोड़ लोगों को फ्री अनाज भी दिया है.

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— वित्त मंत्री ने कहा कि एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड से एग्री स्टार्टअप को बढ़ाया जाएगा. ऐसा करने से किसानों को मदद मिलेगी और उन्हें दिक्कतों का सामना करने में आसानी होगी. इसकी वजह से उत्पादकता बढ़ेगी. यह कार्य किसानों, स्टेट और इंडस्ट्री पार्टनर के बीच होगा. पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा.

— वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि खेती से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता देते हुए बढ़ाया जाएगा. युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी.

— कृषि ऋण का लक्ष्य बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये करना यानि कृषि लोन का प्रोसेस डिजिटलीकरण होना आर्थिक विकास के लिए अच्छा है. ज्यादा डिजिटलीकरण से लोन तक पहुंच में सुधार हुआ है.

— गौरतलब है कि 2022 के बजट में ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित किया गया था. इसके साथ ही सरकार की ओर से रसायन और कीटनाशक मुक्त खेती को बढ़ाने पर भी जोर दिया गया था.

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— इसी बजट में 44,605 करोड़ रुपये के केन-बेतवा लिंक का कार्यान्वयन किसानों और स्थानीय आबादी को सिंचाई, खेती और आजीविका की सुविधा प्रदान करने वाली 9 लाख हेक्टेयर से अधिक किसानों की भूमि की सिंचाई के लिए भी कहा गया था.