/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/11/13/dailynews-1636784229.jpg)
मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान के सिंहासन पर लगे सोने के बाघ (Gold tiger on the throne of Tipu Sultan) को विदेश में बचने पर ब्रिटेन ने अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया है. दरअसल ब्रिटेन इन सोने के बाघों के लिए कोई ब्रिटिश खरीदार ढूंढ रहा है.
ब्रिटिश सरकार (British government) चाहती है कि वह अपने यहां मौजूद इन ऐतिहासिक सामानों को इस तरह से बेचे कि वह हमेशा उसके देश में ही रहें. बाघ के मुकुट में (Cost of ornaments embedded in the tiger's crown is said to be around £1.5 million) जड़े आभूषणों की कीमत करीब 15 लाख पाउंड बताई जा रही है. ब्रिटिश सरकार की इस पहल से ब्रिटेन की गैलरी या संस्था को इस तरह के ऐतिहासिक सामान खरीदने का वक्त मिल जाएगा.
जानकारी के मुताबिक टीपू सुल्तान के सिंहासन में आठ (eight golden tigers were engaged in the throne of Tipu Sultan) सोने के बाघ लगे हुए थे. ब्रिटेन जिस सोने के बाघ का सिर बचने की बात कर रहा है वह इन आठ बाघों में से ही है. टीपू सुल्तान को मैसूर के शेर के नाम से भी जाना जाता है. सिंहासन की तीन जीवित समकालीन छवियां सभी ब्रिटेन में हैं.
ब्रिटेन के कला मंत्री लॉर्ड स्टीफन पार्किंन्सन ने कहा बाघ के सिर पर लगा मुकुट टीपू सुल्तान के शासन की कहानी बताने के लिए काफी है. ये चमकदार मुकुट हमें टीपू सुल्तान के शाही इतिहास की ओर ले जाते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिटेन से ही कोई आगे आएगा और इस ऐतिहासिक सोने के बाघ को खरीदेगा.
ब्रिटेन के शाही अतीत में टीपू सुल्तान की हार का ऐतिहासिक महत्व है. यही कारण है कि ब्रिटेन में टीपू सुल्तान की कहानी और उनके शासन से जुड़ी वस्तुओं का काफी महत्व है. टीपू सुल्तान से जुड़ी हर एक जानकारी ब्रिटिन नागरिकों को प्रभावित करती है. टीपू सुल्तान की हार के बाद, टीपू के खजाने से कई वस्तुएं ब्रिटेन लाई गईं थी.
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |