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अगर आप मोबाइल से पैसों का लेनदेन करते हैं, तो आपको लिए बेहद जरूरी खबर है। दरअसल साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर (New Android Trojan has been identified by Cyber Security Researcher) की तरफ से एक नये एंड्राइड ट्रोजन की पहचान की गई है। यह एक तरह का खतरनाक मैलवेयर (Dangerous malware) है, जो आपके बैंक को खाली कर सकता है। बता दें कि यह नया ट्रोजन फोन ऐप के मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (New Trojan is fully capable of breaking the multi-factor authentication system of the phone app) सिस्टम को ब्रेक करने में पूरी तरह से सक्षम है। इस नये मैलवेयर को SharkBot नाम दिया गया है।
SharkBot एंड्राइड मैलवेयर की पहचान यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में की गई है। हालांकि भारत इसकी पहुचं से दूर नहीं है। यह मैलवेयर Google के एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करने वाले मोबाइल फोन पर हमला करने के लिए जिम्मेदार है। SharkBot का मकसद ऑटोमेटिक ट्रांसफर सिस्टम (ATS) के जरिए पैसों का ट्रांसफर करना है। बता दें कि ATS (ऑटोमेटिक ट्रांसफर सिस्टम) एक एडवांस्ड अटैक टेक्निक है। जो ऑटोमेटिक तरीक से पैसे चोरी के लिए जिम्मेदार है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि SharkBot मैलवेयर एंट्री वायरस को चकमा देने में कामयाब हो सकता है। अगर एक बार SharkBot फोन में इंस्टॉल हो जाता है, तो वो लोगों की पर्सनल बैंकिंग इंन्फॉर्मेशन जैसे मौजूदा बैंक बैलेंस आदि की जानकारी हासिल कर सकता है।
sharkBot की पहचान एक नये जनरेशन वाले मोबाइल मैलवेयर के तौर पर हुई है। जो मैलवेयर के हमलों से ग्रसित डिवाइस में ATS अटैक के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस तरह की टेक्निक अन्य मोबाइल ट्रोजन बैंकिं ऐप में देखने को मिली है। इमसें Gustuff का नाम प्रमुखता से सामने आता है। रिपोर्ट के मुताबिक मैलेशियस ऐप यूजर की डिवाइस में साइड लोडिंग टेक्निक और सोशल इंजीनियरिंग स्कीम के जरिए इस्टॉल करने के लिए जिम्मेदार है।
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