नागालैंड में स्कूल परामर्श पाठ्यक्रम की शुरुआत, ऐसा करने वाला बना पहला राज्य

- नागालैंड राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बच्चों के समग्र शैक्षिक प्रदर्शन और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास को बढ़ाने के उद्देश्य से...
नागालैंड राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बच्चों के समग्र शैक्षिक प्रदर्शन और संपूर्ण व्यक्तित्व विकास को बढ़ाने के उद्देश्य से सोमवार को स्कूल परामर्श में छह महीने का सर्टिफ़िकेट कोर्स शुरू किया है। इसके साथ, नागालैंड इस तरह के पाठ्यक्रम को पेश करने वाला पहला राज्य बन गया।
जानकारी के मुताबिक, परिषद ने इसकी शुरुआत 'सामान्य बच्चों' के लिए की है। यह बच्चों को मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाने की एक सतत प्रक्रिया है।
एससीईआरटी ने कहा कि यह केवल कुछ मिनट परामर्श सत्र नहीं है। इसमें प्रत्येक बच्चे को अनिवार्य रूप से स्कूल में प्रवेश के साथ शामिल होना होगा।
एससीईआरटी ने आगे कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को सुनिश्चित करने के लिए परामर्श की आवश्यकता अधिक महत्वपूर्ण है ताकि देश के हर बच्चे को मानसिक और भावनात्मक तनाव से मुक्त शिक्षा दी जा सके।
बच्चों को मनोवैज्ञानिक उपचार की जरूरत ज्यादा होती है क्योंकि वे भ्रम की स्थिति में रहते हैं। परामर्श देने से बच्चों के भ्रम दूर होने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व का भी विकास होता है। इसलिए हर सामान्य बच्चे को परामर्श की जरूरत है।
बता दें कि स्कूल परामर्श पाठ्यक्रम को तीन भागों में बांटा गया है। व्यक्तिगत-सामाजिक दक्षताओं, अकादमिक विकास और करियर विकास।