पूर्व टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी विनोद कांबली (Former Test cricketer Vinod Kambli)  साइबर ठगों का शिकार (victim of cyber thugs)  हो गए. उनके खाते से एक लाख रुपये निकल गए. मोबाइल पर मैसेज आते ही उनको ठगी का पता चला. जिसके बाद बांद्रा पुलिस थाने (Bandra Police Station) में एक मामला दर्ज कराया गया. गुरुवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए विनोद कांबली को फोन किया. उसके बाद एक लिंक भेजा गया. कांबली के लिंक पर क्लिक करने के कुछ देर बाद उनके खाते से एक लाख रुपये निकल गए. उनके मोबाइल में खाते से रुपए निकासी का मैसेज आया.

अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में मंगलवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों की तलाश जारी है. गौरतलब है कि 2018 में सितंबर तक साइबर क्राइम से संबंधित मामले 1,081 दर्ज हुए थे, जबकि 2019 में बढ़कर यह आंकड़ा 1,686 मामले हो गए.

यह बातें आपसे पूछते हैं जालसाज और लेते हैं जानकारी, हो जाएं सतर्क

- फोन कर खुद को बताते हैं ट्रेजरी अफसर या बैंक कर्मी

- पेंशन का खाता अपडेट करने का देते हैं झांसा

- कहते हैं कोरोना काल है आपको आने की जरूरत नहीं आप डिटेल दे दें काम हो जाएगा

- जीवन प्रमाणपत्र वेरिफिकेशन का देते हैं झांसा

इन बातों का रखें ध्यान

- आनलाइन शापिंग के लिए प्रतिष्ठित वेबसाइट के अलावा अनजान वेबसाइट को चुनने से बचें.

- जब भी अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर खाते से बदलें तो उसकी लिखित सूचना बैंक को जरूर दें.

- इंटरनेट मीडिया पर अंतरंग फोटो शेयर करने से बचें, ज्यादा निजी फोटो साझा न करें.

- अजनबी के नंबर से आ रही वीडियो कॉल रिसीव करने से बचें.

- फोन पर बैंक डिटेल या पिन कोड किसी को न बताएं.

- कोई बैंक फोन करके या ईमेल के जरिये आपका पासवर्ड कभी नहीं पूछता.

- पासवर्ड में कैपिटल व स्माल लेटर के साथ ही सिंबल का प्रयोग जरूर करें. पासवर्ड बेहद आसान न बनाएं.

- सोशल मीडिया पर एक्टिव आइडी सार्वजनिक सिस्टम पर ओपन करने से बचें.

- अपने निजी कंप्यूटर व मोबाइल का प्रयोग करें.

- अनजान लोगों को न जोड़े फेसबुक पर अपनी निजी जानकारी व फोटो शेयर न करें.

- समय-समय पर पासवर्ड और सोशल अकाउंट चेक करते रहें.