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टीम इंडिया से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में इतिहास रच दिया है। पृथ्वी ने गुरुवार को जयपुर में मुंबई के लिए खेलते हुए पुडुचेरी के खिलाफ नाबाद दोहरा शतक जड़ा। पृथ्वी ने 152 गेंदों पर 227 रनों की कप्तानी पारी खेली, जिसमें 31चौके और 5 छक्के शामिल हैं।
लिस्ट-ए मैचों में भारतीय कप्तान का यह सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले वीरेंद्र सहवाग ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रनों की कप्तानी पारी खेली थी। साथ ही पृथ्वी ने विजय हजारे ट्रॉफी का सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड केरल के संजू सैमसन के नाम था। 2019 में गोवा के खिलाफ मैच में सैमसन ने 212 रन बनाए थे।
50 ओवरों के टूर्नामेंट में एलीट ग्रुप 'डी' के मैच में पुडुचेरी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इसके बाद पृथ्वी शॉ ने पुडुचेरी के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। पृथ्वी ने 142 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा किया, जिसमें 27 चौके और 4 छक्के शामिल थे।
21 साल के पृथ्वी के इस रिकॉर्ड पारी की बदौलत मुंबई ने निर्धारित 50 ओवरों में 4 विकेट पर 457 रन बनाए। यह भारत में खेले गए लिस्ट-ए मैचों में सबसे बड़ा स्कोर है। लिस्ट ए मैचों में किसी भारतीय टीम का यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इंडिया-ए ने 2018 में लिसेस्टर के खिलाफ 458/4 का स्कोर बनाया था, जो एक भारतीय रिकॉर्ड है।
विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरे शतक -
1. पृथ्वी शॉ (मुंबई): 227* रन, विरुद्ध पुडुचेरी (2021)
2. संजू सैमसन (केरल): 212 रन, विरुद्ध गोवा (2019)
3. यशस्वी जासवाल (मुंबई): 203 रन, विरुद्ध झारखंड (2019)
4. कर्णवीर कौशल (उत्तराखंड) 202 रन, विरुद्ध सिक्किम (2018)
पृथ्वी शॉ के अलावा सूर्यकुमार यादव ने भी इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। हाल ही में सूर्यकुमार का पहली बार भारतीय टी20 टीम में चयन हुआ है। सूर्यकुमार ने 58 गेंदों पर 133 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 22 चौके और चार छक्के शामिल थे।
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