मौसम बिगड़ता ही जा रहा है। कहीं बारिश हो रही है तो कहीं ओले बरस रहे हैं। कई राज्यों में  सर्दी का कहर है तो कहीं गर्मी हो रही है। इसी तरह से पूर्वोत्तर की बात करें तो मेघालय में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सिक्किम में बर्फिले तुफान में बहुत ही ज्यादा कहर ढहाय है। इसी बर्फिले तुफान में रक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी है कि सिक्किम में भारत-चीन सीमा के पास बर्फ से बने नाथू-ला में खतरनाक आतंक बरपाया है।


रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीपी. खोंगसाई ने तुफान में फंसे 447 पर्यटकों को बचाया है।  इन्होंने कहा कि त्वरित कार्रवाई में सैनिकों ने अचानक भारी बर्फबारी के बाद भारत-चीन सीमा के पास नाथू ला की ऊंची पहुंच से 447 पर्यटकों को बचाया है। उन्होंने कहा कि तुफान में भारी बर्फबारी और उप-शून्य तापमान के बाद नाथू ला-गंगटोक सड़क पर 155 वाहनों में पर्यटक फंस गए थे। पर्यटक 15 किलोमीटर की दूरी पर फंसे हुए थे और बर्फ के तूफान के बाद स्किडिंग शुरू कर दी।


17 मील सैन्य शिविर के बैरक के अंदर समायोजित किया गया। सभी पर्यटकों को आवास उपलब्ध कराया गया जबकि 26 को महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता की आवश्यकता के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कोई बड़ी चोट या हताहत की जानकारी नहीं है। ”रक्षा अधिकारी ने कहा कि बहुत प्रतिकूल मौसम और शत्रुतापूर्ण परिस्थितियों के बावजूद भारतीय सेना के बहादुर दिल ने पर्यटकों को बचाया और आवास, भोजन और चिकित्सा सहायता प्रदान की।