सिक्किम सरकार ने राज्यों के स्कूलों में 11 स्थानीय भाषाओं को शामिल करने जा रही है। सिक्किम शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों को अगले शैक्षणिक सत्र से 11 स्थानीय भाषाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए कहां है। छात्र इन भाषाओं को दूसरी भाषा के रूप में चुन सकते हैं। अब तक राज्य द्वारा संचालित स्कूलों में छात्रों को भूटिया, नेपाली लेप्चा औ लिंबु दूसरी भाषा के रूप में चुनने का विकल्प है। अब इस सूची में सात और भाषाओं को जोड़ा जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि निजी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी 11 स्थानीय भाषाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए। इनमें  तंमाग, गुरुंग, मगर, शेरपा, मुखिया, राय और नेवार शामिल हैं। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार राज्य के सभी स्कूलों को सुचिक किया जाता है कि सरकार ने थ्री लैंग्वेज फार्मूला अपनाया है। पहली भाषा अंग्रेजी होगी, जो शिक्षा का माध्यम होगी। दूसरी भाषा राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 11 स्थानीय भाषाओं में से कई होगी और हिंदी तीसरी भाषा होगी।

अधिकारी ने कहा कि निजी स्कूलों को नए सेमेस्टर की शुरूआत से पहले प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन के लिए उचित साक्ष्यों के साथ निदेशक और एग्जाम सेल को कंप्लायंस लेटर जमा कराने के लिए कहा गया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने तैयारी शुरू कर दी है। इसपर करीब डेढ़ दर्जन राज्यों ने सुझाव तैयार करने का काम लगभग पूरा कर लिया है।

हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कुछ दिन पहले अपने मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ नई शिक्षा नीति-2020 (National Education Policy-2020) को लागू करवाने के लिए रिव्यु मीटिंग की थी। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, ‘‘ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन में राज्य प्रमुख पक्षकार हैं और इस दिशा में सभी राज्य कार्य कर रहे हैं।” साथ ही बताया कि करीब डेढ़ दर्जन राज्यों ने इस दिशा में समिति गठित करके अध्ययन और सुझाव का काम पूरा कर लिया है।