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सिक्किम की बेटी सिर्जना सुब्बा को नेता जी सुभाषचंद्र बोस ब्रेवरी अवार्ड-2021 से सम्मानित किया गया है। उक्त कार्यक्रम कोलकाता में अंतराष्ट्रीय मानव अधिकार परिषद ने आयोजित किया था। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष द्वारा चयनित सिर्जना सुब्बा को नेता जी सुभाषचंद्र बोस बहादुरी पुरस्कार एनएसबीए-2021 प्राप्त हुआ है। पुरस्कृत सिर्जना सुब्बा दक्षिण सिक्किम के तिमी नाफिंग विस क्षेत्र से है उनका घर सिंगताम बाजार के निकट स्थित आरर्श गाव मे है। सिर्जना सुब्बा कहती है इस पुरस्कार ने मुझे समाज सेवा के लिए और ऊर्जा भर दिया है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के समय जब लोग घर से बाहर नहीं निकल पारहे थे उस समय सिर्जना सुब्बा ने स्ट्रिट डाग को खाना खिलाया, यहा काम करनेवाले श्रमिकों का सेवा किया और कोविड ड्यूटी मे डटे पुलिस कर्मी को खाना खिलाने का काम किया। जब लोग लाकडाउन मे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे थे उस समय सिर्जना सुब्बा ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए उनकी सेवा की। वह कहती है कि सिर्जना सुब्बा साल 2018 से मानव अधिकार परिषद के लिए सिक्किम से काम कर रही है। वह परिषद की दक्षिण जिल्ला अध्यक्ष है। सिंगताम उच्चतर माध्यमिक स्कूल से 12 पास कर कंप्यूटर प्रशिक्षण के बाद उन्होंने रंगपो मे रेष्टोरेंट का विजनेस आरंभ किया है। वह इस समय एक सफल विजनेस करने वाली महिला बनि है। वह पिता बीर बहादुर सुब्बा और माता यसोदा पोखऱ्याल की पुत्री है। 33 वर्षीय सिर्जना सुब्बा आगे भी अपना समय समाज सेवा में देना चाहती है।
सिर्जना सुब्बा ने कहा कि इस अवार्ड के लिए मुझे चयनित किया गया इसके लिए मैं मानव अधिकार परिषद सिक्किम के सभी लोगों के प्रति आभारी हूं। इस अवार्ड के लिए 500 अधिक लोग विभिन्न राज्यों से एकत्रित हुए थे। लेकिन सिक्किम से हमें ये अवार्ड मिला। मैं लोगों को कहना चाहती हुं कि आप लोग अपनी जीवन के कुछ समय निकालकर समाज सेवा मे लगाएं। समय आपकी योगदान का कदर अवश्य करेगी। समाज सेवा मे अपना हाथ बढाएं। जब आप अच्छा काम करने शुरु करेंगे तब आपके घरवाले और पढोसके लोग भी आप के लिए मददगार बनेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मुझे किसी से पैसे या किसी चीज की जरुरत नहीं पर मुझे सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करें इसमे ही मैं खुश हूं।
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