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डाउन टू अर्थ के एक विश्लेषण के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत (Northeast India
) में वर्ष 2020 में वृक्षों के आवरण का 79 प्रतिशत नुकसान हुआ है। 2020 में भारत में वृक्षों के आवरण का यह सबसे बड़ा नुकसान है। मैरीलैंड विश्वविद्यालय (maireelaind vishvavidyaalay) के वन परिवर्तन के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल पूर्वोत्तर से 1,10,000 हेक्टेयर से अधिक वृक्षों का आवरण गायब हो गया था।
पूर्वोत्तर (Northeast) के सात राज्य - असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड व्यक्तिगत रूप से 2001-2020 के दौरान वन क्षेत्र में देश के 5-14 प्रतिशत नुकसान के लिए जिम्मेदार थे। नागालैंड (Nagaland) 2001 के बाद से अपने वन क्षेत्र में 17 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे तेज नुकसान का गवाह रहा है।
दूसरी ओर, त्रिपुरा (Tripura) के वन क्षेत्र में 15 प्रतिशत की कमी आई है, अध्ययन में दावा किया गया है। 2001-2020 के दौरान राष्ट्रीय वृक्ष आवरण के नुकसान में असम का सबसे अधिक योगदान (14.1 प्रतिशत) था।
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