नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (NHPC) कथित तौर पर निचले इलाकों के लोगों के विरोध के बावजूद परियोजना को आगे बढ़ाने की योजना बना रहा है। स्वदेशी लेप्चा समुदाय के लोगों ने उत्तरी सिक्किम में प्रस्तावित तीस्ता स्टेज 4 जल विद्युत परियोजना का कड़ा विरोध किया है। लेप्चा समुदाय के सदस्यों का कहना है कि उनको डर है कि उनकी आजीविका, भूमि, संस्कृति और नाजुक हिमालयी धर्मशास्त्र को खतरे में डाल दिया जाएगा यदि बांध एक वास्तविकता बन जाता है।

राज्य द्वारा संचालित NHPC ने पहले ही तीस्ता नदी में बांधों की एक श्रृंखला का निर्माण किया है। तीस्ता (एसीटी) के प्रभावित नागरिक तीस्ता और उसकी सहायक नदियों में बांधों के खिलाफ एक आंदोलन करने को तैयार हैं। लेप्चा संगठन ने क्षेत्र के प्रभावित लोगों से मिलकर, बांधों के खिलाफ अभियान को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि उनकी सहायक तीस्ता नदी को बचाना और कुदरत की रक्षा करना है।

जानकारी के लिए बता दें कि एसीटी महासचिव ग्यात्सो लेप्चा ने तीस्ता स्टेज-4 परियोजना की स्क्रैपिंग की मांग की है, जो उन्होंने कहा, तीस्ता बेसिन में रहने वाले लोगों पर इस परियोजना का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। तीस्ता के अंतिम मुक्त-प्रवाह को संरक्षित किया जाना है क्योंकि नदी का सीधा संबंध सिक्किम हिमालय की नाजुक पारिस्थितिकी से है। अधिनियम के अलावा, सिक्किम भूटिया लेप्चा एपेक्स कमेटी ने भी तीस्ता और रंगित नदियों पर सभी बांध गतिविधियों को खत्म करने की मांग की है।