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गंगटोक। स्थानीय राष्ट्रीय राजमार्ग परिसर में किराए के घर पर संचालित सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय (SU) का स्थायी कैंपस दक्षिण सिक्किम के यागगाग में निर्माणाधीन है। जिसका प्रथम चरण का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। इसी निर्माणाधीन कैंपस परिसर का जायजा लेने आज राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (पीएस गोले) (Chief Minister Prem Singh Tamag (PS Gole)) यागगाग पहुंचे।
अपने भ्रमण बाद उन्होंने उपस्थित स्थानीय नागरिक और सिक्किम विश्वविद्यालय (SU) के अधिकारी व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालयको गंगटोक से यागगाग स्थानातरित करने के लिए राज्य सरकार और विश्वविद्यालयदोनों को मिलकर काम करना चाहिए कहा।
उल्लेखनीय है कि साल 2007 में स्थापित सिक्किम केंद्रीय विश्वविद्यालय रानीपूल सेराजधानी गंगटोक स्थित राजभवन तक करीब 15 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। इसे लोगकटाक्ष करते हुए लंगेस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ दी वर्ल्ड और हाईवे यूनिवर्सिटी बोलते है।इसका कारण यह है कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित करीब 40निजी भवनों पर किराए में संचालित है।
दूसरी ओर अपर यागगाग में विश्वविद्यालय नेकरीब 265 एकड़ जमीन पूर्वाधार निर्माण के लिए सुरक्षित किया है। विश्वविद्यालय कीओर से मिली जानकारी के मुताबिक निर्माण कार्य के प्रथम चरण में प्रशासनिक भवन,पुस्तकालय और संकाय भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके साथ ही दूसरे चरण कानिर्माण कार्य के लिए टेंडर किया गया है और जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।
भ्रमणअवधी पर उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गोले ने सिक्किम विश्वविद्यालय निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से पहल करने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री गोले ने कहा कि वह 29 दिसंबर को दिल्ली जा रहे है। जहां वह केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर सिक्किम केंद्रीयविश्वविद्यालय विषय में केंद्रीय मंत्री से बात करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्व विद्यालय करीब 14 सालों से गंगटोक परिसर में किराए के घर पर संचालित है। इसके कारण यागगाग की जनता को परेशानी होती है। अब विश्वविद्यालय अपने कैंपस को यागगाग में स्थानातरित करने की पहल शुरू कर सकता है। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय को 'ननलैब' (जिनविभागों को लैब की जरूरत ना हो) विभाग को यागगाग में स्थानातरित करने की सलाहदी। उन्होंनेआगे कहा कि विश्वविद्यालय निर्माण कार्य सुंदर तरीके से किया जा रहा है, लेकिनविश्वविद्यालय स्थानातरित करने की स्थिति नहीं है।
विश्वविद्यालय और राज्य सरकारमिलकर इसे जल्द से जल्द स्थानातरित करने के लिए काम करेंगे। उन्होंनेविश्वविद्यालय को सलाह दी है कि ननलैब डिपार्टमेंट स्थानातरण करने का प्रावधानकरें। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की माग और क्षेत्र विधायक के कहने पर वहखुद इस निर्माण कार्य के भ्रमण में आए है। उन्होंने स्थानीय लोगों के माग अनुरूपजल्द ही इसे स्थानातरित करने का कार्य किया जाएगा।दूसरीओर मुख्यमंत्री गोले ने विश्वविद्यालय के लिए पीने की पानी, आवश्यक सड़क मार्ग औरबिजली व्यवस्था के लिए जल्द से जल्द कार्य करने की विभागीय अधिकारियों को निर्देशदिया।
उन्होंने विश्वविद्यालय यागगाग स्थानातरित करने पर क्षेत्र वासियों का भीसकारात्मक सहयोग मिलना चाहिए कहा। अपनेसंबोधन में विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो. अविनाश खरे ने विश्वविद्यालय पक्ष भीविश्वविद्यालय अपनी मूल कैंपस में स्थानातरित करने के लिए प्रतिबद्ध है कहा।उन्होंने इसके लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है कहा। उन्होंनेबताया कि विश्वविद्यालय यहा आने से स्थानीय लोगों को फायदा होगा।
उल्लेखनीयहै कि 2007 से गंगटोक के विभिन्न निजी भवनों में संचालित सिक्किम केंद्रीयविश्वविद्यालय में कुल 32 विभाग संचालित है। विश्वविद्यालय में फिलहाल 2300विद्यार्थी और 14 सरकार कॉलेज और 4 निजी कॉलेज संबद्ध है, जिसमें करीब 13 हजारविद्यार्थी अध्ययनरत है। इसके साथ ही जानकारी मिली है कि यह विश्वविद्यालय लिंबू,लेप्चा और भूटिया भाषाओं में स्नातकोत्तर, एमफिल और पीएचडी करने वाली दुनिया कीएकमात्र विश्वविद्यालय है।
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