/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2020/11/10/a-1604987843.jpg)
सिक्किम के मुख्यमंत्री पी एस गोले सोमवार को अपने पांच दिवसीय दिल्ली की यात्रा समाप्त कर गंगटोक वापस आ गए है। गत 5 नवम्बर के दिन मुख्यमंत्री गोले सहित राज्य के शहरी आवास और विकाश मंत्री अरुण उप्रेती लकडाउन के बाद पहली बार राज्य के विभिन्न लंबित मांगों के बारे में चर्चा करने के लिए नई दिल्ली गए थे।
समाचार अनुसार नई दिल्ली भ्रमण अवधी में उन्होंने खेल मंत्री श्री किरण रिजीजू ,उर्जा राज्य मंत्री श्री आर के सिंह ,डोनीयर मंत्री डाक्टर जीतेन्द्र सिंह ,भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी पी नड्डा , महासचिव बी एल संतोष के साथ विशेष रूप से मिलकर राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए जल्द से जल्द इन मुद्दों पर चर्चा करके समाधान करने के लिए वकालत की।
इस बार मुख्यमंत्री गोले के भ्रमण राजनैतिक दृष्टीकोण से महत्वपूण माना जा रहा है। उनके भ्रमण से लौटने के बाद सभी की निगाहें उनके दिल्ली भ्रमण पर टिकी हुई है। सूत्रों के अनुसार उनकी इस बार की दिल्ली भ्रमण अति ही लाभप्रद और फलदायक बताया गया है। दूसरी तरफ सिक्किम वापसी के क्रम में बागडोगरा हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव जेकब खालिंग, सचिव बिकाश बस्नेत सहित अन्य सदस्यों की ओर से उनका स्वागत किया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री गोले ने सिक्किम के लंबित मुख्य मागों में 11 जाति को जनजाति का दर्जा देना , लिम्बू तमाग समुदाय को विधानसभा में सीट आरक्षण और 17 वें ग्याल्वा कर्मापा उगेन थिनले का सिक्किम प्रवेश के लिए अनुमति प्रदान करना शामिल है। इस मौके पर केंद्रीय विद्युत राज्यमंत्री आर के सिंह के साथ बैठक में सिक्किम के दो बंद पड़ी निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना लेन को और जल पॉवर प्रोजेक्ट को भी अब केंद्र सरकार के सहयोग से एन एच पी सी को देने के बारे में चर्चा की गई थी।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |