भरत देश के लिए आज बहुत ही बढ़ा दिन है। गणतंत्र दिवस के खास मौके पर सेना का पराक्रम और शौर्य देखा जाएगा। एक तरफ सेना एपनी ताकत दिखा रही है और दूसरी तरफ किसान अपने अधिकारों की जंग लड़ रहा है। किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर के साथ दिल्ली की सीमाओं पर पूरी तैयारी के साथ खड़ें हैं। कल ही दिल्ली पुलिस ने किसानों को 5000 ट्रैक्टरों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दे दी थी। दिल्ली में भारतीय सेना और बांग्लादेश की सेना के साथ अपना पराक्रम दिखाएंगे।


दूसरी और किसान टैक्टरों के साथ परेड करेंगे। दिल्ली पूरी एक किले में तब्दील हो चुकी है। किसान संगठनों ने कहा कि करीब 2 लाख ट्रैक्टर परेड में शामिल होंगे। लेकिन अनुमती सिर्फ 5000 टैक्टरों की ही है। जो समय किसानों के परेड के लिए दिया गया था उससे पहले ही किसानों ने दिल्ली में घुसे और बॉर्डर के बैरिकेडिंग तोड़ दिए हैं। बता दें कि किसान गणतंत्र परेड’ सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश करेगी, जिसके मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

किसान यूनियनों ने सोमवार को कहा कि तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दो महीने से विरोध कर रहे हैं। अब दिल्ली में राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद ट्रैक्टर परेड शुरू की जाएगी। क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शनपाल ने कहा कि अब सरकार को हमारी शक्ति के बारे में एक एहसास होगा और आंदोलन केवल हरियाणा या पंजाब तक नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है।