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त्रिपुरा के निर्वाचन विभाग ने राज्य के राहत शिविरों में रह रहे ब्रू शरणार्थियों से अपील की है कि वह पुनर्वास गांवों में जाएं और मतदाता सूची में विशेष संशोधन के दौरान मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाएं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अंतिम मतदाता सूची तैयार करने के वास्ते मतदाता सूची में विशेष संशोधन आठ दिसंबर को समाप्त होने वाला है। गौरतलब है कि त्रिपुरा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
त्रिपुरा विधानसभा चुनावः मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी दलों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री माणिक साहा और उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा ने ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास की प्रगति पर एक विशेष समीक्षा बैठक की, जहां मुख्यमंत्री ने ब्रू नेताओं से मतदाता सूची में शामिल होने का लाभ प्राप्त करने के लिए पुनर्वास गांव में जाने का आग्रह किया। अधिकारी ने साहा के हवाले से कहा, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से ब्रू नेताओं से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि राहत शिविरों में अब भी रहने वाले बाकी सभी ब्रू शरणार्थी राज्य द्वारा चिह्नित 12 निर्धारित स्थानों में रहने चले जाएं।
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साहा ने कहा कि प्रशासन जनवरी 2020 में हस्ताक्षरित समझौते के तहत ब्रू शरणार्थियों के नए स्थानों पर स्थानांतरित होने पर उन्हें सभी संभव मदद देने के लिए तैयार है। चुनाव विभाग ने लगभग 6,300 परिवारों के 20 हजार ब्रू मतदाताओं को नामांकित करने का लक्ष्य रखा है। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुभाष बंधोपाध्याय ने कहा, त्रिपुरा में कुल 7,165 ब्रू लोगों के नाम पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि शेष के राज्य की मतदाता सूची में दर्ज होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, हमने बैठक में मौजूद ब्रू नेताओं से आग्रह किया कि वह निर्दिष्ट पुनर्वास गांवों में जाएं और मतदाता सूची में संशोधन के दौरान अपना नाम दर्ज करवाएं। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं, तो वह आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान के अधिकार से वंचित हो जाएंगे।
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