नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एनपीसीसी) ने 16 मार्च को राज्य में शहरी स्थानीय निकायों के लिए निर्दलीय लोकतंत्र चुनाव का आह्वान किया। एनपीसीसी का कहना है कि इस चुनाव में राजनीतिक दल उम्मीदवारों को नामांकित ना करें, लेकिन संबंधित वार्डों को आम सहमति और सहयोग के माध्यम से अपने नेताओं को चुनने की अनुमति दी जाएगी।

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नागालैंड के राज्य चुनाव आयोग ने 16 मई को महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटों के आरक्षण के साथ निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी की। मुख्यमंत्री नेफिउ रियो को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के थेरी ने कहा कि नागालैंड में निर्दलीय चुनाव परंपरा है, जिसका पालन ग्राम सभा चुनावों में किया जाता है।उन्होंने कहा कि हमने अनुभव किया है कि नागालैंड में चुनाव पूरी तरह से पैसे पर लड़े जाते हैं, जबकि अन्य जगह जनता नेताओं और घोषणापत्रों के आधार पर चुनाव करती है। 

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उनके अनुसार यदि इस चुनाव में राजनीतिक दल शामिल होते हैं, तो शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम विधानसभा चुनावों से अलग नहीं होंगे। थेरी ने कहा कि राज्य में शहरी स्थानीय निकायों में 416 वार्ड हैं और अगर विधानसभा चुनाव की तरह औसतन तीन उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं तो 1,200 से अधिक उम्मीदवारों मैदान में होंगे। ऐसे में जमीनी स्तर पर आर्थिक अराजकता और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा।