शुक्रवार (19 मई) को मणिपुर का दौरा करने वाली कांग्रेस पार्टी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से राज्य में हुई तबाही और विनाश की मात्रा पर आश्चर्य व्यक्त किया।  दौरे पर आए कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अशांति प्रभावित मणिपुर में शांति बहाल करने में निष्क्रियता को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की भी आलोचना की।

 कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने इंफाल में कहा, मणिपुर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हालांकि, हमें राज्य में शांति बहाल करने के लिए सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रयास नहीं दिख रहा है। 

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उन्होंने कहा: मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य और केंद्र दोनों से असाधारण प्रयासों की आवश्यकता है। मुकुल वासनिक उस"फैक्ट फाइंडिंग टीम का हिस्सा थे जिसका गठन कांग्रेस पार्टी ने मणिपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा के कारणों का पता लगाने के लिए किया था।

मुकुल वासनिक के अलावा पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार और त्रिपुरा के विधायक सुदीप रॉय बर्मन भी मणिपुर का दौरा करने वाली तथ्य-खोज टीम का हिस्सा थे।

कांग्रेस की टीम ने राज्य की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार (18 मई) शाम को मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की।

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मुकुल वासनिक ने कहा, मंत्री अक्सर सामान्य अवसरों पर मणिपुर का दौरा करते हैं। लेकिन, 3 मई को राज्य में हिंसा भड़कने के बाद से किसी ने भी एक शब्द नहीं बोला अकेले राज्य का दौरा किया। 

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर मणिपुर की स्थिति के प्रति उदासीन' होने का भी आरोप लगाया।

वासनिक ने कहा, मणिपुर जल रहा है! पीएम मोदी चुप हैं - पीएम का एक शब्द नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री का भी नहीं, ”

उन्होंने कहा: कांग्रेस नेतृत्व और नेता मणिपुर की स्थिति के बारे में बेहद चिंतित थे। इसलिए पार्टी ने विभिन्न प्रभावित लोगों से मिलने के लिए मणिपुर में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया। उन कारणों का पता लगाया जिनकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई और कांग्रेस अध्यक्ष को वापस रिपोर्ट करेंगे।