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शेयर बाजार में जबरदस्त लिस्टिंग से भारी कमाई कर चुकी फूड डिलीवरी स्टार्टअप Zomato के को-फाउंडर गौरव गुप्ता ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। छह साल पहले उन्होंने Zomato ज्वाइन किया था। 2019 में उन्हें को-फाउंडर का पद दिया गया था। वह कंपनी के सप्लाई फंक्शन को हेड कर रहे थे।
गौरव गुप्ता ने अपने सहकर्मियों को ई-मेल में कहा है, मैं अपनी जिंदगी में एक नया मोड़ ले रहा हूं। अगले कुछ दिनों में मैं जिंदगी में एक या चैप्टर शुरू करूंगा। मेरी जिंदगी के इस चैप्टर ने काफी कुछ तय किया है। इससे यही कुछ चीजें लेकर जा रहा हूं।
zomato के को-फाउंडर गौरव गुप्ता के इस्तीफे से कॉरपोरेट वर्ल्ड में काफी आश्चर्य से देखा जा रहा है क्योंकि कुछ ही दिन पहले स्टार्ट-अप की जबरदस्त लिस्टिंग हुई है। यह पहली स्टार्ट-अप है, जिसने आईपीओ से 9000 करोड़ रुपये कमाए हैं। कंपनी की आईपीओ लाने की प्रक्रिया के दौरान गौरव ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। गौरव के इस्तीफे से पहले कंपनी ने ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस बंद करने का ऐलान किया था।
Zomato ने 17 सितंबर से अपनी किराने की डिलीवरी सेवा को रोकने का फैसला किया है। कंपनी ने यह फैसला ऑर्डर पूरा नहीं कर पाने की वजह से किया है, जिससे ग्राहकों का अनुभव खराब होता है। कंपनी ने यह भी कहा कि उसका भरोसा है कि Grofers में उसके निवेश से शेयरधारकों को बेहतर नतीजा मिलेगा।
अपने ग्रॉसरी पार्टनर्स को भेजे ईमेल में जोमैटो ने कहा कि जोमैटो में, वे अपने ग्राहकों को सबसे बेहतर सेवाएं डिलीवर करने और विक्रेता सहयोगियों के लिए सबसे बड़े ग्रोथ के अवसर देने में विश्वास रखते हैं। इसमें कहा गया है कि हम यह नहीं मानते कि मौजूदा मॉडल इन्हें अपने ग्राहकों और विक्रेता पार्टनर्स को डिलीवर करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसलिए, उन्होंने 17 सितंबर 2021 से अपनी पायलट ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को बंद करने का फैसला किया है।
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