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नई दिल्ली। अभी तक आपने देखा होगा की जब भी आप धूप में बाहर जाते हैं तो आपकी पछाई जरूर बनती है। लेकिन आपको बता दें कि साल में 2 दिन ऐसे आते हैं जब धूप में लोगों की परछाई दिखाई नहीं देती। 25 अप्रैल और 18 अगस्त ये दो ऐसी तारीखें हैं जब जीरो शैडो डे होता है। भारत में बेंगलुरु में जीरो शैडो डे 25 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 17 मिनट पर हुआ है।
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इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (आईआईए) अपने कोरमंगला परिसर में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। आईआईए ने ट्वीट किया, आइए 25 अप्रैल को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक हमारे कोरमंगला परिसर में जीरो शैडो डे मनाएं। सूर्य 12ः17 बजे सीधे सिर के ऊपर रहा है।
ये होता है जीरो शैडो डे
एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अनुसार, आकाशीय घटना भूमध्य रेखा के पास होती है जो मकर रेखा और कर्क रेखा के बीच आती है। बेंगलुरु में मंगलवार को सूर्य ठीक सिर के ऊपर होगा।
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साल में 2 बार होती है ये घटना
यह खगोलीय घटना साल में दो बार होती है और सभी लंबवत वस्तुएं जमीन पर छाया डालना बंद कर देती हैं। अगली ऐसी खगोलीय घटना 18 अगस्त को बेंगलुरु में होगी।
ऐसे होता है जीरो शैडो डे
आईआईए ने अपने बयान में कहा, शून्य छाया दिवस तब होता है जब दोपहर के समय सूर्य सीधे सिर के ऊपर होता है, और इसलिए कोई भी लंबवत वस्तु कोई छाया नहीं डालती है। यह कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के स्थानों के लिए होता है।
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