ZEE एंटरटेनमेंट-सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच मर्जर (Zeel-Sony Merger) को ZEEL के बोर्ड की तरफ से मंजूरी मिल गई है। बोर्ड ने 90 दिनों के ड्यू डिलिजेंस के पूरा होने से पहले बाइडिंग एग्रीमेंट पर साइन किए हैं। इस एग्रीमेंट का मतलब है कि अब ZEEL का मर्जर होगा तो सिर्फ Sony के साथ ही होगा। पहले 90 दिनों के लिए दोनों कंपनियों के बीच नॉन बाइडिंग एग्रीमेंट था। इससे पहले 90 दिनों तक दोनों पार्टियां अगर चाहती तो पीछे हट सकती थीं। लेकिन, 90 दिनों के नेगोशिएशन और बातचीत के बाद दोनों कंपनियां इस निष्कर्ष पर पहुंच, जहां मर्जर को मंजूरी दे दी गई।

खबर है कि इस मर्जर के तहत फ्रेश इक्विटी भी जारी की जाएगी। कुछ नए इन्वेस्टमेंट भी कंपनी में आएंगे। कंपनियों की वैल्युएशंस पर भी सहमति बन गई है। शेयरहोल्डिंग को लेकर भी डीटेल्स जारी की जाएंगी। मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में SONY कुल 11,605.94 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इस सडील के तहत पुनीत गोयनका मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और CEO बने रहेंगे। ज़ी एंटरटेनमेंट के प्रोमोटर्स की फिलहाल हिस्सेदारी 3.99% है। SONY के पास मेजॉरिटी शेयरहोल्डिंग 50.86% की होगी. वहीं, ZEEL शेयरहोल्डर्स के पास 45.15% हिस्सेदारी रहेगी।

दोनों कंपनी के टीवी कारोबार, डिजिटल एसेट्स, प्रोडक्शन ऑपरेशंस और प्रोग्राम लाइब्रेरी का भी मर्जर होगा। बोर्ड में ज्यादातर डायरेक्टर को नॉमिनेट करने का अधिकार सोनी ग्रुप के पास होगा। हालांकि, मौजूदा प्रोमोटर फैमिली Zee के पास अपनी शेयरहोल्डिंग को 3.99 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का विकल्प होगा। बोर्ड ने कंपनी के वित्तीय मामलों के अलावा भविष्य में होने वाले विस्तार योजना पर भी बात की है। बोर्ड ने कहा है कि मर्जर से शेयरहोल्डर और हिस्सेदारों के हितों का कोई नुकसान नहीं होगा।