नई दिल्ली। केंद्र सरकार की तरफ से बिहार के कद्दावर नेता उपेंद्र कुशवाहा को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। कुशवाहा ने जनता दल (यू) से बगावत करके 'राष्ट्रीय लोक जनता दल' के नाम से नई पार्टी बनाई है। खबर है कि कुशवाहा को खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर ये सुरक्षा दी गई है। अब कुशवाहा की सुरक्षा में 11 कमांडो तैनात किए जाएंगे। आपको बता दें कि इससे पहले चिराग पासवान को Z कैटेगरी और मुकेश सहनी को Y+ कैटेगरी सुरक्षा दी गई थी। लेकिन क्या आपको पता है कि केंद्र सरकार किन नेताओं को Y या Z प्लस की सुरक्षा देती है और इनमें क्या सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं Z+, Z, Y+, Y और X श्रेणी की सुरक्षा के बारे में...

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Z+ सिक्योरिटी

भारत में Z+ सुरक्षा सबसे जबरदस्त लेवल की मानी जातती है। Z+ सिक्योरिटी में संबंधित व्यक्ति के पास 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 ट्रेंड जवान तैनात किए जाते हैं। ये सभी कमांडो मिलकर संबंधित व्यक्ति पर 24 घंटे पैनी नजर रखते हैं। इस सुरक्षा में लगा प्रत्येक कमांडो मार्शल आर्ट में स्पेशलिस्ट होता है। इसके साथ ही इन लोगों के पास अत्याधुनिक हथियार भी होते हैं। भारत में Z+ सुरक्षा पाने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रिय गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई बड़े चेहरे शामिल हैं।

Z सिक्योरिटी

Z+ के बाद सबसे सुरक्षित दूसरी सिक्योरिटी Z होती है। इसमें संबंधित व्यक्ति के आसपास 6 NSG कमांडो और पुलिस कर्मियों समेत 22 जवान तैनात रहते हैं। यह सुरक्षा दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ की होती है। यह सिक्योरिटी भारत में बाबा रामदेव समेत कई नेताओं और अभिनेताओं को दी गई है।

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Y+ सिक्योरिटी

Z के बाद Y+ सिक्योरिटी आती है जिसमें 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इसमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ शामिल होता है। इसके साथ ही इस जत्थे में पुलिसकर्मी भी होते हैं।

Y सिक्योरिटी

इस श्रेणी की सिक्योरिटी में 1 या 2 कमांडो और पुलिस कर्मियों सहित 8 जवानों समेत 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर होते हैं। भारत में इस श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है।

X सिक्योरिटी

X श्रेणी की सुरक्षा में 2 सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। यह सुरक्षा पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर द्वारा प्रदान की जाती है। भारत में काफी संख्या में लोगों को इस श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है।

ये देते हैं वीआईपी को सिक्योरिटी

भारत में वीवीआईपी लोगों को कई सुरक्षा एजेंसी द्वारा सिक्योरिटी दी जाती है। इनमें SPG, NSG, ITBP, CRPF जैसी एजेंसियां शामिल हैं। ये सुरक्षा को लेने के लिए सरकार को एप्लीकेशन देनी होती है, इसके बाद खुफिया एजेंसी व्यक्ति को होने वाले खतरे का अंदाजा लगाती हैं। फिर इसके बाद उस व्यक्ति की सुरक्षा तय की जाती है। किस व्यक्ति को कौनसी सुरक्षा देनी होती है यह बात गृह सचिव और डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रेटरी की कमेटी तय करती है।