आपत्तिजनक कंटेंट, कॉपीराइट और पोर्नोग्राफी को लेकर यू-ट्यूब सख्ती दिखा रहा है। इसी कड़ी में साल 2018 से अब तक यू-ट्यूब अपने प्लेटफॉर्म से 8.30 करोड़ वीडियो हटा चुका है। इतना ही नहीं 700 करोड़ कमेंट भी इस दौरान हटाए गए हैं। कंपनी ने बताया कि हर 10 हजार वीडियो में आपत्तिजनक वीडियो की संख्या 16 से 18 रहती है।

कंपनी का दावा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम 94 प्रतिशत आपत्तिजनक वीडियो किसी के देखने के पहले हटा देता है। इसके बावजूद करोड़ों आपत्तिजनक वीडियो अपलोड हो रहे हैं। बड़ी संख्या में यू-ट्यूब पर वीडियोज अपलोड होते हैं ऐसे में ये मामूली प्रतिशत भी एक बहुत बड़ी संख्या बन जाता है। तीन साल पहले तक इनका अनुपात 63 से 72 वीडियो प्रति 10 हजार था। जो अब 16 से 18 वीडियो प्रति 10 हजार रह गया है।