अब आप पांच लाख रुपये में हाथी (adopt elephant for 5 lakh rupees), तीन लाख रुपये में टाइगर (adopt tiger) , लायन और घडिय़ाल, एक लाख रुपये में भालू और पच्चीस हजार खर्च कर मोर को अपना बना सकते हैं। पशुप्रेमियों के लिए यह आकर्षक योजना रांची के ओरमांझी स्थित भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान प्रबंधन (Bhagwan Birsa Munda Biological Park) ने पेश की है। लोग एक निश्चित राशि चुकाकर जैविक उद्यान के जानवरों को गोद ले सकते हैं और इसके एवज में इनकम टैक्स पर छूट भी पा सकते हैं। कुछ साल पहले मशहूर सिने अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने इस जैविक उद्यान में अनुष्का और दुर्गा नामक बाघिन और सुंदरी नामक शेरनी को गोद लिया था।

अब जैविक उद्यान प्रबंधन एक बार फिर जानवरों की परवरिश के लिए लोगों से सहयोग की अपील कर रहा है। पशुप्रेमी एक निश्चित राशि चुका कर यहां रह रहे किसी भी जानवर को साल भर के लिए गोद ले सकते हैं। इस राशि से जानवरों की बेहतरीन परवरिश तो होगी ही, इस योगदान के एवज में आयकर की धारा 80 जी के तहत छूट (income tax exemption) का भी प्रावधान उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं, उद्यान परिसर में जानवरों को गोद लेनेवालों का नाम डिस्प्ले किया जायेगा और डोनर्स एवं उनके परिवार के लोगों को पूरे साल नि:शुल्क प्रवंश दिया जायेगा।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जैविक उद्यान में हाथी, बाघ, शेर, दरियाई घोड़ा, चीता, स्लोथ और हिमालयन भालू, घडिय़ाल, भेडिय़ा, चीतल, लंगूर, एमू, सांप सहित विभिन्न जीव-जंतुओं को गोद लिया जा सकता है। गोद लेने के एवज में चिडिय़ाघर प्रबंधन को मिलनेवाली राशि जानवरों की देखरेख, इलाज और प्रशिक्षण पर खर्च की जाती है। लगभग 83 हेक्टेयर में फैले इस उद्यान में अभी 4 शेर, 10 बाघ और 8 तेंदुआ समेत कुल वन्य प्राणियों की संख्या 1498 है। इस उद्यान परिवार में जिराफ और जेब्रा भी शामिल होनेवाले हैं। जिराफ कोलकाता के जूलोजिकल गार्डेन और जेब्रा द अफ्रीका से आयेगा। इसके लिए सारी कागजी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।