नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दूसरी बार सरकार बनी है और योगी आदित्यनाथ मुख्यंमंत्री हैं। इसको एक बड़ी घटना और राजनीतिक बदलाव के तौर पर देखा गया है। लोगों को योगी सरकार का बुलडोजर मॉडल काफी पसंद आया। यूपी चुनाव में बुलडोजर बाबा के रूप में विख्यात हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को यूपी की जनता का समर्थन मिला और सरकार बनी। हालांकि, प्रयागराज में उमेश पाल की सरेआम हत्या ने योगी सरकार की इसी उपलब्धि पर सवाल खड़ा कर दिया है। इसी समय योगी सरकार की पिछले 6 सालों की सरकार में अपराधियों पर हुई कार्रवाई का एक आंकड़ा सामने आया है। योगी सरकार में उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन 6 सालों में 10,814 एनकाउंटर किए हैं जिनमें 179 अपराधी मार गिराए गए।।

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मेरठ में मारे गए सबसे अधिक बदमाश

योगी सरकार एनकाउंटर में मौत के जरिए सरकार अपनी सख्त नीति को सामने ला रही है। एनकाउंटर में मारे गए अपराधी लिस्टेड थे। पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि उन्हें जवाबी कार्रवाई में मारा गया है। मारे गए अपराधियों में से अधिकतर की गिरफ्तारी पर 75 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक का नकद इनाम था। एनकाउंटर में मेरठ क्षेत्र में 63 अपराधी मारे गए हैं। मेरठ जोन 2017 के बाद से सबसे अधिक 3,152 एनकाउंटर हुए हैं। यहां 1708 अपराधी घायल भी हुए। जबकि, वाराणसी 20 एनकाउंटर मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है। इसके बाद आगरा में 14 एनकाउंटर मौतों के साथ तीसरे स्थान पर है।

यूपी पुलिस के 13 अधिकारी भी हुए शहीद

हालांकि, उत्तरप्रदेश में एनकाउंटर में केवल अपराधियों को ही नहीं बल्कि पुलिस को भी नुकसान हुआ है। यूपी पुलिस ने 20 मार्च 2017 से 6 मार्च 2023 के बीच हुई एनकाउंटरों में 23,069 बदमाशों को गिरफ्तार किया। इन एनकाउंटरों में 4911 अपराधी घायल हुए। इन झड़पों में 13 पुलिस अधिकारी भी मारे गए हैं। वहीं, 1424 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। कुल मिलाकर पुलिस ने इन एनकाउंटरों के जरिए 23,125 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

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ऐसे अपराधी मारे गए

उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों में 5 लाख रुपए के नकद इनाम वाले दो अपराधी शामिल हैं। इनके अलावा ढाई लाख रुपए के इनामी 4, दो लाख रुपए के 2, 1.5 लाख रुपए के 6 और एक लाख रुपए नकद इनाम वाले 27 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए। इसके साथ ही कई अन्य पर 75 हजार रुपए का इनाम था, जो पुलिस की गोली के निशाने पर आए।

सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति

हालांकि, एनकाउंटर के मसले पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि ऐसा नहीं है कि राज्य में एनकाउंटर की पॉलिसी है। सरकार क्राइम पॉलिसी के तहत जीरो टॉलरेंस को लेकर सख्त है। इसके अलावा एनकाउंटर के किसी भी मामले में हमें सुप्रीम कोर्ट, मानवाधिकार आयोग या ऐसे अन्य निकायों ने प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है। उमेश पाल केस पर उन्होंने कहा कि एसटीएफ काम कर रही है। अपराधी जल्द गिरफ्त में होंगे।