महाराष्ट्र में शिवसेना के 12 बागी सांसदों को केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा वाई स्तर की सुरक्षा दी गई है। सूत्रों ने बताया कि ऑनलाइन बैठक के बाद यह इन बागी सांसदों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इन सांसदों के निवास और कार्यालय पर अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किये गये है। 

इस बीच बागी सांसदों के मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात करने और समूह के नेता और नये सचेतक के बारे में आग्रह करने की संभावना है। एकनाथ शिंदे गुट मुबंई सांसद राहुल स्नेवाल को समूह का नेता और भावना गवली को नये मुख्य सचेतक के रुप में चाहते है। शिंदे ने बागी सांसदों से देर रात दिल्ली पहुंचने पर मुलाकात की। भावना गवली ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उन विधायकों के खिलाफ नरमी बरतने की मांग की है, जिन्होंने उनके खिलाफ बगावत की और भारतीय जनता पार्टी में वापस गये। 

वहीं हाराष्ट्र में शिवसेना के 12 सांसदों के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे में जाने की रिपोर्ट के बीच पार्टी प्रवक्ता एवं सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के भीतर कथित बगावत के बावजूद मूल शिवसेना को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राउत ने मीडिया से बागी विधायकों और सांसदों को कड़ी सुरक्षा मुहैया कराई गई है और शिवसेना में दो फाड़ करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, कल वे‘मातोश्री पर भी अपना दावा पेश करेंगे। 

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा महाराष्ट्र को तीन राज्यों में बांटना चाहती है, लेकिन हम ऐसा कदापि नहीं होने देंगे। महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य के लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री शिंदे अपनी सरकार को बचाने के लिए दिल्ली में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा, वास्तव में वह शिवसेना के नहीं, बल्कि भाजपा के मुख्यमंत्री हैं।