अफगानिस्तान के शेरों का इलाका पंजशीर घाटी को तालिबान आज तक नहीं जीत पाया

है। अब फिर तालिबान एक और बार एड़ूी से लेकर चोटी तक का जोर लगाते हुए

पंजशीर के लिए जंग छेड़ दी है। अफगान के प्रतिरोध बलों के अंतिम गढ़ पंजशीर घाटी के लिए लड़ाई जारी है। तालिबान और प्रतिरोध बलों के लड़ाके काबुल से 193 किलोमीटर उत्तर में स्थित पंजशीर घाटी पर नियंत्रण के लिए गहन लड़ाई में लगे हुए हैं।


यह अफगानिस्तान का आखिरी और एकमात्र प्रांत है जो तालिबान के खिलाफ रहा है। आज तक तालिबान इस पर कब्जा नहीं कर पाया है। बताया जा रहा है कि दोनों पक्ष पंजशीर घाटी के लिए जारी लड़ाई में अपना हाथ होने का दावा करते रहे हैं। तालिबान ने दावा किया है कि प्रांत के सात में से चार जिलों पर उसका नियंत्रण है और वह राजधानी बाजार की ओर बढ़ रहा है।

दूसरी ओर, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा ने दावा किया है कि उसने खावाक दर्रे के पास हजारों तालिबान लड़ाकों को घेर लिया है। इसने कहा कि तालिबान ने दश्त रेवाक इलाके में वाहनों और उपकरणों को छोड़ दिया था। अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा के प्रमुख - अहमद मसूद ने कहा कि पंजशीर "दृढ़ता से खड़ा है"।