आज के दौर में हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट लोगों के लिए सबसे गंभीर समस्या बनकर सामने आया है। हार्ट अटैक अचानक ही होता है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। हार्ट अटैक आने का कोई निर्धारित समय या मौसम नहीं नहीं होता है। लेकिन सबसे ज्यादा हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट सुबह के समय बाथरूम के अंदर आते हैं।

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का सीधा संबंध हमारे खून से होता है। खून के जरिए हमारे शरीर में ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व पहुंचते हैं। जब हमारे हृदय तक ऑक्सीजन पहुंचाने वाली धमनियों में ब्लॉक जमने की वजह से रुकावट पैदा होने लगती है तो दिल की धड़कन की रफ्तार असंतुलित हो जाती है। ऐसी स्थिति में हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट आ जाता है।

बाथरूम में हार्ट अटैक आने के कारण
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा केस बाथरूम में ही होते हैं। दरअसल बाथरूम में हार्ट अटैक आने के पीछे बहुत से कारण होते हैं। आपको इन वजहों के बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए ताकि आप खुद को और अपने परिवार को इससे सुरक्षित रख सकें।

जब हम सुबह के समय टॉयलेट जाते हैं तो पेट को पूरी तरह से साफ करने के लिए प्रेशर लगाते हैं। इंडियन टॉयलेट का इस्तेमाल करते वक्त लोग अधिक प्रेशर लगाते दिखाई देते हैं। इस प्रेशर से हमारे दिल की धमनियों पर अधिक दबाव पड़ता है। इससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट आने की आशंका ज्यादा होती है।

बाथरूम का तापमान हमारे घर के अन्य कमरों के मुकाबले अधिक ठंडा रहता है। यहां पानी का फ्लो बार.बार होता रहता है। ऐसी स्थिति में शरीर के तापमान को संतुलित करने और ब्लड सर्कुलेशन को बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत की जरूरत पड़ती है। दिल का दौरा पड़ने का यह एक बड़ा कारण होता है।

सुबह के समय हमारा ब्लड प्रेशर थोड़ा हाई होता है। ऐसे में जब हम नहाने के लिए अधिक ठंडा या गर्म पानी सीधा सिर पर डाल देते हैं तो इससे ब्लड प्रेशर और बढ़ जाता है। इस वजह से बाथरूम में हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।