अपराधी नौसिखिया हो या पेशेवर, पुलिस की तेज निगाहों से ज्यादा दिन नहीं बच सकता है। अपराधी आखिर में पकड़ा ही जाता है भले ही उसने क्राइम करने का तरीका इंटरनेट पर ढूंढ़ा हो या क्राइम पेट्रोल जैसे सीरियल देखकर तलाश किया हो। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सामने आया जहां एक पत्नी का अपराध करीब 6 महीने बाद जाकर दुनिया के सामने आया।

आपने पुलिस अधिकारियों को भी ये कहते सुना होगा कि परफेक्ट क्राइम (Perfect Crime) जैसी कोई चीज नहीं होती है। इस मामले में शुरुआती दौर में किस्मत के साथ देने के बावजूद एक पत्नी का गुनाह छिप नहीं सका। पति की पेट में लात मारकर मौत की नींद सुलाने वाली महिला को थाटीपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि युवक की हत्या के बाद उसकी मौत का राज उजागर हुआ था।

पुलिस के मुताबिक बल्लू उर्फ बलराम चौधरी की 9-10 अप्रैल की दरमियानी रात को मौत हो गई थी। तब उसकी पत्नी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि पति के पेट में तेज दर्द था। डाक्टर के पास लेकर गए तो उन्होंने कहा कि इसकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है, लेकिन परिजनों को पत्नी की बात पर यकीन नहीं था। इसलिए उन्होंने पुलिस को मामले की जांच के लिए कहा गया।

नई दुनिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक परिजनों की शिकायत पर जांच आगे बढ़ाई गई। आरोपी पत्नी ने पुलिस को बताया कि पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था, उनमे आपस में नहीं बनती थी। शुरुआत में पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन मृतक के परिजन लगातार पुलिस से गुहार लगाते रहे। पुलिस की पूछताछ और जांच बंद नहीं हुई।

इसी बीच पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को फिर से देखा तो पता चला कि युवक की मौत पेट में चोट लगने से मौत हुई है। इस पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो पत्नी ने स्वीकार कर लिया कि घटना वाले दिन दोनों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस की पूछताछ में पत्नी ने कहा, 'उस दिन भी मेरा पति मुझे पीट रहा था। उस दौरान मुझे बचाने वाला कोई था नहीं इसलिए मैने भी उसे लात घूंसे मारे तो वो मर गया।